कोलकाता : केबल टीवी से जुड़े मनोरंजन चैनलों के बड़े ब्रॉडकास्टर समूहों के खिलाफ केबल ऑपरेटर्स लामबंद हो गए हैं। ऑपरेटरों ने मनोरंजन चैनलों की दरों में वृद्धि के प्रस्तावित नए टैरिफ प्लान पर कड़ा विरोध जताते हुए ब्लैक आउट कर दिया है। शनिवार से शरू हुआ ब्लैक आउट रविवार व सोमवार को भी जारी रहा। हालांकि, सोमवार तक ऑपरेटरों ने ब्लैक आउट का दायरा सीमित कर न्यूज, मनोरंजन और खेल आदि काफी चैनलों का प्रसारण खोल दिया। कुछ प्रमुख मनोरंजन चैनलों का प्रसारण अभी भी बंद है। टैरिफ प्लान में वृद्धि के खिलाफ केबल टीवी ऑपरेटरों ने गत 18 फरवरी दोपहर करीब 12.45 बजे से ब्लैक आउट किया है। ऑपरेटरों ने डिज्नी-स्टार, सोनी और जी सहित बड़े बॉडकास्टर्स के मनोरंजन चैनल दिखाने बंद कर दिए हैं। ऑपरेटरों के इस कदम से केबल टीवी उपभोक्ता परेशान हैं। केबल टीवी ऑपरेटर्स फोरम ने इस स्थिति के लिए भारतीय दूरसंचार प्राधिकरण (ट्राई) के उदासीन रुख और बड़े बॉडकास्टर्स की मनमानी को जिम्मेदार ठहराया है। फोरम का कहना है कि आम उपभोक्ताओं को नए टैरिफ प्लान की मार से बचाने के लिए यह कदम उठाया गया है। वहीं उपभोक्ताओं का कहना है कि हमें कौन सा चैनल देखना है और कौन सा नहीं, यह हम पर छोड़ा जाये। एमएसओ से पैकेज दिया जाता है और उस पैकेज में हमें जो ठीक लगेगा, वह हम देखेंगे।
आज हाई कोर्ट में मामले पर नजर
ऑल बंगाल केबल टीवी एण्ड ब्रॉडबैंड ऑपरेटर्स यूनाइटेड फोरम के सेक्रेटरी छोटन कर्मकार ने कहा कोलकाता के 70% इलाकों में ब्लैकआउट है। इसके पीछे ट्राई जिम्मेदार है क्योंकि वह मनमाने ढंग से दरें बढ़ा रहा है। अवैध तरीके से दरें बढ़ायी जा रही हैं, पहले जो पैकेज 100 से 150 रुपये में मिलता था, वह अब 300 रुपये में मिलेगा ताे ग्राहकों की परेशानी निश्चित तौर पर बढ़ेगी। हालांकि आज हाई कोर्ट में मामले की सुनवाई है जिस पर हमारी नजर रहेगी। इसके बाद ही हम आगे की रणनीति तय करेंगे। ऑपरेटरों का कहना है कि ट्राई ने पहले भी एनटीओ लागू कर देश की जनता को सस्ता मनोरंजन प्रदान करने के नाम पर ठगा है। पहले उपभोक्ता 200 से 250 रूपये प्रति माह में सभी ब्रॉडकास्टरों के चैनल देख पाते थे, लेकिन अब 400 रुपए तक अदा करने के बाद भी अधिकतर चैनल मनोरंजन से गायब है।
क्या कहा उपभोक्ताओं ने
केबल टीवी के ब्लैक आउट के कारण कोलकाता के लगभग 40 लाख उपभोक्ता प्रभावित हो रहे हैं। कोलकाता में लगभग 12 से 13 लाख केबल टीवी हैं जो ब्लैक आउट होने से उपभोक्ता अपने पसंदीदा चैनल नहीं देख पा रहे हैं। हावड़ा के रहने वाले राज श्रीवास्तव ने कहा कि रविवार को छुट्टी का दिन था, सोचा था कि स्पोर्टस् चैनल देखूंगा, लेकिन टीवी ऑन करने पर चैनल ही बंद पाया। वहीं कांकुड़गाछी की रहने वाली महिला शीखा सिंह ने कहा कि मैं मनोरंजन के चैनल देखना पसंद करती हूं, लेकिन दो दिनों से चैनल बंद है। कई बार केबल टीवी ऑपरेटर को फोन किया मगर कोई निश्चित जवाब नहीं मिल रहा है। जहां तक दरों की बात है तो अगर उपभोक्ताओं पर छोड़ा जाये कि उन्हें कौन सा चैनल देखना है तो यही बेहतर होगा। केबल टीवी के चैनलों को ब्लैक आउट करने से समस्या का समाधान नहीं हो सकता।


