THE BIKANER NEWS:-: बीकानेर। बीकानेर में शनिवार को देश के अलग-अलग प्रांतों की कला एवं संस्कृति की झलक देखने को मिली। यूं कहे तो भी कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि बीकानेर में देश की कला एवं संस्कृति साकार हो उठी। अवसर था बीकानेर में केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से आयोजित 14 वें राष्ट्रीय संंस्कृति महोत्सव के आगाज का।
हमारी बोलियां, वेशभूषा, खानपान, कला एवं संस्कृति चाहे भले ही अलग-अलग क्यों न हो, किंतु यहीं देश की विशेषताएं देश को एकजुटता के सूत्र में पिराये हुए है। 14 वें राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव का आगाज बीकानेर के डॉ करणी सिंह राजकीय स्टेडियम में हुआ। जहां राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधिवत् रूप से राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव की उद्घोषणा की। यह राष्ट्रीय स्तर का संस्कृति महोत्सव 04 मार्च तक चलेगा। जिसमें देश के कोने-कोने से आये कलाकार अपने-अपने क्षेत्र की कला एवं संस्कृति का प्रदर्शन करेंगे
राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव शुरू होने से पहले बीकानेर के ऐतिहासिक जूनागढ़ से लेकर स्टेडियम तक कलाकारों ने शोभायात्रा निकाली। शोभा यात्रा को केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल झंडी दिखाकर रवाना किया।
शोभायात्रा में बीएसएफ के ऊंट सबसे आगे रहे। ऊंटों पर परम्परागत रूप से बैठें बीएसएफ के जवानों ने बैण्ड की धुनों से राजस्थानी गीतों की छठा बिखेरी। भारत के विभिन्न राज्यों से आए कलाकार परंपरागत वस्त्रों में शोभा यात्रा में शामिल हुए। शाम को राज्यपाल कलराज मिश्र और केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, क्राफ्ट मेले और दक्षिणी सांस्कृतिक क्षेत्र (तंजावुर, तमिलनाडु), दक्षिण मध्य सांस्कृतिक क्षेत्र (नागपुर, महाराष्ट्र), उत्तरी सांस्कृतिक क्षेत्र (पटियाला, पंजाब), उत्तर मध्य सांस्कृतिक क्षेत्र (इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश), पूर्वी सांस्कृतिक क्षेत्र (कोलकाता, पश्चिम बंगाल), पूर्वोत्तर सांस्कृतिक क्षेत्र (दिमापुर, नगालैंड) एवं पश्चिमी सांस्कृतिक क्षेत्र (उदयपुर, राजस्थान) के आंगन का उद्घाटन किया।। इसके बाद मुख्य स्टेज पर मशहूर लोक कलाकार शिवजी, सवाई भाट, अनिल नागौरी, प्रेरणा पंचारिया आदि गीतों की प्रस्तुति दी। इसके साथ ही सुभाश्रीष सब्यसाची बंबू के साथ संगीतमय प्रस्तुति दी।
देशभर से सौ हस्तशिल्प पहुंचे बीकानेर
देश के विभिन्न राज्यों से 100 से अधिक हस्तशिल्प कलाकार बीकानेर पहुंच गए हैं। इनमें ब्लू पोटरी, गोटा पट्टी, हैंड ब्लॉक प्रिंटिंग सहित अन्य हस्तशिल्प कला के शिल्पकार शामिल हैं। देशभर से आए 500 कलाकारों के बीकानेर के ख्यातनाम लोक कलाकार भी प्रस्तुति देंगे।