राजस्थान खबर:-कोटा के दादाबाडी इलाके में स्थित वक्फ नगर स्थित एक मदरसे में रविवार देर शाम को हुए हादसे में मदरसे में पढ़ाई करने वाले चार बालक झुलस गए। इनमें से एक को प्राथमिक उपचार के बाद छुटटी दे दी गई। जबकि तीन को निजी अस्पताल में भर्ती कर इलाज करवाया जा रहा है। हादसा मदरसे में नमाज शुरू होने से कुछ समय पहले हुआ। हादसे के अलग अलग लोग अलग अलग कारण बता रहे है। मामले में अभी पुलिस भी ज्यादा कुछ कहने की स्थिति में नही है। सोमवार को जांच के बाद स्थिति साफ हो सकेगी। वक़्फ़ नगर स्थित मदरसा मदीना फैजान अतार में यह हादसा हुआ।
मदरसे में हुए हादसे के दौरान परिसर में मौजूद जिम्मेदार अरशद अंसारी ने बताया कि रविवार शाम 6.30 बजे के आस पास की घटना है। नमाज की तैयारी हो रही थी। उस समय करीब पचास साठ लोग मदरसे में मौजूद थे। मदरसे में पढ़ने वाले चार बच्चे अली अंसारी (16),जरयान (10),अरमान (14) और गाजी (9) मदरसे के छज्जे पर खडे़ होकर बात कर रहे थे। मदरसे के सामने से करीब तीन से चार फीट की दूरी से 33 केवी हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। इसी दौरान अचानक लाईन ने बच्चों को खींच लिया और धमाका जैसा हुआ। बच्चे करंट से झुलस गए और करंट की वजह से अंदर वायरिंग में आग लग गई।
वक़्फ़ नगर स्थित मदरसा मदीना फैजान अतार में यह हादसा हुआ
वहां मौजूद लोग तुरंत बच्चों को लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। जहां से बच्चों को निजी अस्पताल लाया गया। चारों को तलवंडी के निजी अस्पातल पहुंचाया जहां से गाजी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। वहीं अली करंट से ज्यादा झुलसा है। अली के सीने और पैर काफी झुलसे है। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और मामले की जानकारी जुटाई। हादसे की सूचना पर शहर काजी, डिप्टी मेयर कोटा उत्तर समेत कई लोग मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
बच्चों को निजी अस्पताल लाया गया, जहां तीन को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है
मल्टीपल कारण आ रहे हैं सामने, जांच के बाद होगी स्थिति क्लियर
इस घटनाक्रम के बाद अलग अलग कारण अलग अलग लोगों की तरफ से बताए जा रहे हैं। ऐसे में पुलिस का कहना है कि मल्टीपल इलेक्ट्रीक कारण घटना के सामने आ रहे है। मामले में जांच की जाएगी और कारणों का पता लगाया जाएगा। उसके बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी। इधर, निजी बिजली कंपनी के सीओओ शांतनु भट्टाचार्य का कहना है कि घटना की जानकारी लगी है लेकिन उसके पीछे के क्या कारण रहे हैं, उसके बारे में जांच के बाद ही पता लग सकता है। तकनीकी जांच के बाद ही कारण साफ हो सकेंगे। हमारे पास भी कई तरह की बातें आ रही है। तार टूटने की बात आ रही थी लेकिन तार नहीं टूटा है। इसलिए प्रशासन के साथ मौके पर जाकर जांच की जाएगी।
घटना की जानकारी मिलने पर परिजन भी अस्पताल पहुँच गए, बच्चों की हालत देख घरवाले बिलख पड़े
परेशान परिजनों को दिलासा देते पुलिसकर्मी
चारों को तलवंडी के निजी अस्पातल पहुंचाया जहां से गाजी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई
कोई कह रहा वाइपर टच होने से हुआ तो कोई कह रहा करंट ज्यादा होने से
घटना के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने अलग अलग जानकारियां दी। बच्चों की हालत बात करने की नहीं थी। एक तरफ जहां मदरसे के जिम्मेदार अरशद के अनुसार बच्चे छज्जे पर खड़े होकर बात कर रहे थे। इसी दौरान हाईटेंशन लाइन ने बच्चों को खींच लिया और शॉर्ट सर्किट हुआ। जिससे करंट फैला। वहीं पार्षद सोनू कुरैशी के अनुसार स्थिति साफ नही है लेकिन यह बात भी सामने आ रही है कि बच्चे वाइपर से काम कर रहे थे, इस दौरान या तो वाइपर तार से टच हुआ या फिर लाईन ने खींचा। इसी तरह कुछ लोगों का कहना है कि बच्चों ने कमरे में मोबाइल चार्ज में लगाया हुआ था, इस दौरान शॉर्ट सर्किट हुआ। डिप्टी एसपी अमर सिंह ने बताया कि अभी कारणों की पुष्टि नहीं की जा सकती क्योंकि मल्टीपल इलेक्ट्रीक कारण सामने आ रहे है। जांच के बाद क्लियर हो सकेगा।