धर्म:-राजस्थान की तपोभूमि पर कालांतर में अनेको ऋषि मुनियों ने बड़े बड़े धार्मिक कार्यक्रम यज्ञ आदि किये है धामिक गर्न्थो में उलेख भी है कि ऐसी तपो भूमि पर कोई भी यज्ञ आदि करने पर उसका फल 100 गुना मिलता है और फिर पोकरण की माँ आशापुरा हो तो सोने पर सुहागा होता है।इस लिए ही पूरे देश से विद्वान पंडित समय समय पे यहां आयोजन करते रहे है। माँ आशापुरा में कोलकाता से आये श्री मनीष जी पुरोहित के आचार्यतत्व में दिनांक 24 फरवरी से सुरु हुवा शतचंडी यज्ञ जिसमे प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 5बजे तक माँ दुर्गा की पूजा और पाठ,अभिषेक प्रतिदिन होता था 3 मार्च को पूर्णाहुति यज्ञ किया जिसमें गणमान्य लोगों ने आहुतियां दी ।
कोलकाता से आए
बालकृष्ण छंगाणी,शिव नारायण जी ,नरेश, दाऊ जी, मोहन जी, गणेश जी ,प्रकाश जी, विजय जी का सहयोग रहा