पानी का खेल:चमड़े की बनी पानी की डोलची से किया एक दूसरे पर वार, हर्ष और व्यास जाति के बीच जमकर हुआ होली का खेल



THE BIKANER NEWS:-बीकानेर। फागुनी बयार शुरू होने के साथ ही बीकानेर में मौसम बदल गया है। शनिवार को बीकानेर के हर्षों के चौक में हर्ष और व्यास जाति के बीच पानी से भरी डोलची का खेल हुआ। उसी समय आसमान से भी पानी बरसा। तेज तूफान भी आया लेकिन हर्ष-व्यास जाति के उत्साह पर कोई फर्क नहीं पड़ा।

दोपहर करीब दो बजे पूरे शहर पर बादल मंडराने लगे। ऐसा लगा कि बहुत तेज बारिश होने वाली है। रिमझिम शुरू होते ही तेज हवाओं ने सब कुछ बिगाड़ दिया। तूफान जैसी तेज हवाओं ने पांच-दस मिनट में ही बादलों को इधर-उधर कर दिया। सड़कों पर पानी तो आया लेकिन तेज हवाओं के कारण कचरा भी आ गया।
उधर, हर्षों के चौक में चल रहे हर्ष-व्यास पानी के खेल पर इसका काेई असर नहीं पड़ा। पूरी मस्ती के साथ हर्ष समाज के लोगों ने परंपरागत तरीके से एक-दूसरे पर पानी का वार किया। चमड़े की बनी डोलची में पानी भरकर एक-दूसरे की कमर पर वार किया गया। इस दौरान हर्ष व व्यास जाति के युवा और बुजुर्ग परंपरागत गैर गाते हुए पहुंचे। कीकाणी और लालाणी व्यास परिवार के युवक काफी जोश के साथ हर्षों के चौक में पहुंचे और वहां पर अपने जोशीले गीतों से हर्ष जाति के युवाओं को ललकारा। हर्ष जाति के युवाओं ने भी इस ललकार का माकूल जवाब दिया। ये सब देखने में ऐसे लगता है जैसे दो जातियां लड़ने जा रही है लेकिन हकीकत में ये दोनों के बीच प्यार भरा संदेश है। खेल खत्म करने के लिए हर्ष जाति युवा गुलाल उछाल देते हैं। इसके बाद फिर दोनों जाति के लोग एक ही जगह एकत्र होकर अपने अपने ग्रुप में गीत गाते हैं।