THE BIKANER NEWS:- बीकानेर के एमएम ग्राउंड में हर रोज तीरंदाजी का अभ्यास करने वाले दो युवको ने बड़ा कमाल कर दिया है। करमीसर गांव में रहने वाले पवन गाट और चौखूंटी एरिया में रहने वाले रामपाल चौधरी ने एशिया कप तीरंदाजी में भारत के लिए एक-एक गोल्ड और एक-एक सिल्वर मेडल जीता है। दोनों तीरंदाज यहां ट्रेनर गणेश व्यास के शिष्य हैं।
व्यास ने बताया कि चीनी ताइपे में चल रहे एशिया कप तीरंदाजी में भारत अब तक दो गोल्ड जीत चुका है। ये दोनों गोल्ड बीकानेर के खिलाड़ियों ने देश के नाम करवाएं हैं। पवन गाट ने कंपाउंड वर्ग में खेलते हुए ने व्यक्तिगत स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता है। वहीं रामपाल चौधरी ने रिकर्व राउंड में बड़ा कमाल करते हुए गोल्ड मेडल जीता है। दोनों अन्य राउंड में एक-एक सिल्वर मेडल भी जीता है।
इस मुकाबले में एशिया के बीस से ज्यादा देश हिस्सा ले रहे हैं। खुद चीन इस मुकाबले में सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा था लेकिन भारतीय तीरंदाजों ने जबर्दस्त प्रदर्शन करके चीनी खिलाड़ियों को पीछे धकेल दिया। भारत के पवन गाट के अलावा प्रियांश, उदय कंबोज ने भी कम्पाउंड मुकाबले में हिस्सा लिया। वहीं रिकर्व राउंड में रामपाल के अलावा पार्थ राहुल और जुएल सरकार ने हिस्सा लिया।
दोनों सामान्य परिवारों से
पवन गाट बीकानेर में करमीसर में रहता है। वो एक सामान्य परिवार से आता है। उसके पिता हेतराम गाट सामान्य कामकाज करके अपना परिवार चलाते हैं। रामपाल चौधरी का परिवार भी सामान्य है। रामपाल चौखूंटी क्षेत्र में रहता है।
द्रोणाचार्य संस्थान में उत्सव
इस जीत के साथ ही एमएम ग्राउंड में चल रही द्रोणाचार्य संस्थान में उत्सव का माहौल है। इसी संस्थान में दोनों खिलाड़ी हर रोज घंटों तक अभ्यास करते थे। ट्रेनर गणेश व्यास ने बताया कि उन्हें इस बार मेडल की पूरी उम्मीद थी।शारीरिक शिक्षक अनिल चांगरा,रामनिवास चौधरी , भुवनेश्वर ओझा ,अजय ठोलिया, ,मिथुन, लोकेश व्यास ने पवन और रामपाल से फोन पर बातचीत कर बधाई दी। संस्था के सचिव राहुल व्यास व पूर्व अध्यक्ष भंवरलाल व्यास ने प्रसन्नता जताई।