THE BIKANER NEWS:-राज्य के शासन संयुक्त सचिव ने एक निदेश जारी किया है।जिसमे उन्होंने बताया कि राजस्थान मे वर्तमान मे निजी चिकित्सालयों का संचालन बंद होने की वजह से मरीजों को अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।साथ ही यह भी देखा गया है कि राज्य चिकित्सालयों मे भी चिकित्सा सेवा बाधित हो रही है।इस सम्बन्ध मे उन्होंने सभी चिकित्सा महाविधालयों को निर्देश जारी किया है।
- चिकित्सा महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य यह सुनिश्चित करें कि सभी आवश्यक सेवायें विशेष
रूप से ओ.पी.डी., आई.पी.डी., आई.सी.यू. आपातकालीन सेवायें एवं स्त्री एवं प्रसूति रोग से
संबंधित सेवायें निर्बाध रूप से चलती रहे। - चिकित्सा महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य दैनिक रूप से चिकित्सक शिक्षकों, चिकित्सकों,
रेजिडेन्ट्स, पेरामेडिकल एवं नर्सिंग स्टाफ की उपस्थिति निर्धारित प्रपत्र में प्रातः 09:30 बजें
तक इस विभाग को भिजवायेंगे। - समस्त चिकित्सक शिक्षकों, चिकित्सकों, रेजिडेन्ट्स, पेरामेडिकल एवं नर्सिंग स्टाफ को केवल
विशेष परिस्थितियों में ही प्रधानाचार्य / अधीक्षक द्वारा ही अवकाश स्वीकृत किया जा सकेगा
एवं इसकी सूचना भी विभाग को अविलम्ब उपलब्ध करायी जाये। - अवकाश स्वीकृत कराये बिना कर्तव्य से अनुपस्थिति को स्वेच्छा से अनुपस्थिति मानते हुए
अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। - सभी विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया जाता है कि रेजिडेन्ट चिकित्सकों द्वारा किसी भी प्रकार
की कर्तव्य के प्रति लापरवाही राजकीय सम्पत्ति को नुकसान, मरीजों एवं परिजनों से
दुर्व्यवहार किये जाने पर उनका पंजीयन रद्द करने की कार्यवाही प्रारंभ करे। - राज्य सरकार के नियमित कार्मिकों के कार्य बहिष्कार करने पर उनके विरुद्ध नियमानुसार
अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रारम्भ करें।
उक्त आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे।