THE BIKANER NEWS:-बीकानेर।’राइट टू हेल्थ” बिल के विरोध में चल रहे आंदोलन के बीच बुधवार को पीबीएम अस्पताल में ओपीडी बंद रहा। बड़ी संख्या में रोगी परेशान होते रहे। बाद में सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. गुंजन सोनी खुद मैदान में उतरे और सामान्य रोगियों का चैक अप करने लगे। हालांकि इससे रोगियों को कुछ राहत नहीं मिल सकी।
प्राइवेट अस्पतालों के बंद होने के बाद बुधवार को सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर्स भी सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। ऐसे में पीबीएम अस्पताल पर सबसे ज्यादा दबाव है। खासकर मेडिसिन के ओपीडी में लोगों की भारी भीड़ है। सुबह ओपीडी शुरू ही नहीं हुआ। बुखार, खांसी, जुकाम सहित वायरल के अनेक रोगों से पीड़ित रोगियों को देखने वाला कोई नहीं था। रोगी के परिजनों ने हंगामा किया तो मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल गुंजन सोनी खुद मैदान में उतरे। कई सीनियर डॉक्टर्स को भी ओपीडी में तैनात किया गया। ओपीडी शुरू तो हुआ लेकिन रोगी संतुष्ट नहीं हुए।
पांच सौ डॉक्टर हड़ताल पर
संभाग के सबसे बड़े पीबीएम अस्पताल में व्यवस्थाएं बिगड़ गई है। बुधवार को पांच सौ से ज्यादा रेजीडेंट और नियमित डॉक्टर्स अवकाश पर रहे। राज्य सरकार के सख्त निर्देशों की अवहेलना करते हुए रेजीडेंट और अन्य डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए। एक साथ डॉक्टर्स की छुट्टी से सभी विभागों में रोगियों की लंबी कतार लग गई है।
संभागीय आयुक्त अस्पताल पहुंचे
बाद में संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन पीबीएम अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया। पीबीएम अधीक्षक डॉ. पी.के. सैनी से रोगियों के बारे में जानकारी ली। अस्पताल में भर्ती रोगियों के बारे में भी रिपोर्ट ली गई। हालांकि भर्ती रोगियों के इलाज में ज्यादा परेशानी नहीं हो रही, क्योंकि नर्सिंग कर्मियों ने व्यवस्था संभाली हुई है। संभागीय आयुक्त के पहुंचने के बाद ही कुछ सीनियर डॉक्टर्स ने ओपीडी में काम शुरू किया।