राजस्थान खबर:-जयपुर जयपुर शहर के उत्तर और दक्षिण सर्कल में जलदाय विभाग ने ऐसे 18 इलाके चिन्हित किए हैं जो सप्लार्ठ के समय दूषित पानी आने के लिहाज से अति संवेदनशील माने गए हैं। लोग आए दिन घरों में दूषित पानी की सप्लाई से परेशान हैं। इतना ही नहीं दूषित पानी लोगों की सेहत को भी खराब कर रहा है।
लोग उल्टी,दस्त,संक्रमण का शिकार होकर अस्पताल में इलाज कराने के लिए मजबूर होते हैं। किसी इलाके में दूषित पानी आने की सूचना पर जलदाय विभाग के अधिकारी लीकेज,दूषित पानी के स्राेत को तलाश कर कुछ दिनों के लिए दूषित पानी की समस्या से लोगों को निजात दिला देते हैं लेकिन स्थाई समाधान को लेकर चुप्पी साध लेते हैं। जलदाय विभाग के अधिकारी स्वीकार करते हैं कि किसी न किसी इलाके में दूषित पानी आने की समस्या सामने आती है।
कई इलाकों में वर्षों पुरानी पाइप लाइन सप्लाई के समय दूषित पानी आने का सबसे बड़ा कारण वर्षों पुरान पाइप लाइनों को माना गया है। कई इलाकों में तो 30 वर्ष पुरानी सीमेंट की पाइल लाइनों के जरिए पानी की सप्लाई होती है। ये लाइनें आए दिन टूटती हैं और सीवर व अन्य तरह से दूषित पानी घरों में पहुंचता है।
स्थाई समाधान की जगह लीपापोती
जिस इलाके में दूषित पानी की सप्लाई की सूचना जलदाय विभा को मिलती है उस इलाके में नई पाइप लाइन की जगह पुरानी पाइप लाइन को ही दुरुस्त कर दिया जाएगा। कुछ दिनों बाद क्षेत्र विशेष में दूषित पानी आने की शिकायत सामने आती है। दूषित पानी हो सकता है जानलेवा दूषित पानी पीने के बाद इसका असर तीसरे या चौथे दिन होता है। उल्टी,दस्त,सिर में तेज दर्द जैसी शिकायतें होने लगती हैं और फिर तेज बुखार आने लगता है। कई बार दूषित पानी जानलेवा बन जाता है। बच्चों की सेहत के लिए तो दूषित पानी ज्यादा खतरनाक है।
[आए दिन दूषित पानी आने की समस्या से त्रस्त ये इलाके उत्तर सर्कल
शास्त्री नगर, बड़ोदिया बस्ती, भट्टा बस्ती, हीदा की मोरी, रामगंज क्षेत्र, पुरानी बस्ती,
हीदा की मोरी, रामगंज क्षेत्र, पुरानी बस्ती, चौकड़ी मोदीखाना व अन्य दो चौकडिय़ां, तोपखाना हजूरी
धन्नादास जी की बगीची
हसनपुरा, शांति नगर, मजदूर नगर, राकड़ी
एमडी रोड, कमेला वाली गली, खाल गोदाम
वर्जन दूषित पानी के सेवन से उल्टी-दस्त ,पेट में मरोडे चलना,पेट के वायरल इन्फेक्शन हो सकते हैं। वहीं घातक टायफाइड और पीलिया भी हो सकता है। दूषित पानी के सेवन से हर हाल में बचना चाहिए।