THE BIKANER NEWS:-बीकानेर। राज्य सरकार की ओर से लगाए जा रहे महंगाई राहत कैम्पों की व्यवस्थाएं अभी तक पटरी पर नहीं आई। जनता कैंप में उमड़ रही है लेकिन राहत की जगह आहत ज्यादा हो रही है। घंटों में इंतजार के बाद भी लोगों की योजनाओं का लाभ देने की कार्यवाही पूरी नहीं हो पा रही है। सबसे ज्यादा तकनीकी खामियां आड़े आ रही है। जिनके समाधान के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहे।
अधिकारी भी इधर-उधर की व्यवस्थाओं की बात करते है। जबकि मुख्य आधार कैम्प में सभी कामों की कार्यवाही ऑनलाइन होना है। इसके लिए हाई स्पीड इंटरनेट, सरकार के योजनाओं से जुड़े सरकारी पोर्टल और आवश्यक दस्तावेजों के आधार आदि के जुड़े पोर्टल का सुचारू रूप से चलने की आवश्यकता है। कभी सर्वर डाउन हो रहा है तो बार-बार इंटरनेट की स्पीड धीमी हो ने से कर्मचारी परेशान हो रहे है। लोगों का काम नहीं होने का आक्रोश भी कर्मचारियों को ही झेलना पड़ रहा है।
कमियां प्रशासन की, उलझ रहे लोग
कैंप स्थलों पर अव्यवस्था, घंटों इंतजार,पहले कार्य कराने की होड में लोग उलझे दिखे। गोपीनाथ भवन कैंप में कल लोग कार्यरत कर्मचारियों से उलझते रहे। एक महिला भी काम ना होने की वजह से और साथ मे अभी उधर जाओ कभी इधर के रवये से आहत होकर THE BIKANER NEWS के live कैमरे के सामने रोने भी लगी थी।हालांकि बाद में शोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उसका काम भी हो गया।
जेलवेल रोड सामुदायक भवन में भी लोगो ने की भेदभाव की शिकायत
जेलवेल सामुदायक भवन में लगे कैम्प में काम तो सब ढंग से चल रहा है और ज्यादा भीड़ भी नही लगी मगर वहां पर लोगो ने टोकन बाटने के सिस्टम को खराब और भेदभाव वाला बताया।वहां पर आए एक व्यक्ति ने कहा कि टोकन सुबह 9बजे बाटने का समय है जबकि लोगो को 8 बजे ही टोकन मिल जाते है और जो 9बजे आते है उनको खाली हाथ जाना पड़ता है।
बिजली कनेक्शन पिता या दादा के नाम होने से सौ यूनिट बिजली का लाभ नहीं मिलने से लोग नाराज हुए। इस दौरान एक व्यक्ति ने कहा- जद थारे कनै सामान ही कोयनी तो दुकान क्यों खोली है। अर्थात जब किसी योजना का लाभ देने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है तो कैंप लगाने शुरू ही क्यों किए।