:जयपुर में ऑडी एक्सीडेंट; बेटियों के शव लेने लेने आए घरवाले बेहोश
जयपुर में रिंग रोड पर हुए भयानक हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। इनमें से तीन लड़कियां थी। जो देश के अलग-अलग हिस्सों से पढ़ने के लिए जयपुर आई थीं। कॉलेज में ऐसी दोस्ती हुई की बेस्ट फ्रेंड बन गईं। हमेशा एक साथ रहती थीं। एक साथ ही घूमने जाती थीं। तीनों की एक साथ ही मौत हो गई। बुधवार को तीनों का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। इस दौरान बेटी के शव देख परिजन बेसुध हो गए।
मृतक अंशिका (24) पोस्टमार्टम जयपुरिया अस्पताल में हुआ। धनुषा टीएस (23) और आर्या आरती (24) का पोस्टमार्टम महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी में किया गया। धनुषा और आर्या का शव परिजन बुधवार को ही एयर एबुंलेस से लेकर रवाना हो गए।
अंशिका के पिता अनिल मिश्रा कच्छ (गुजरात) में स्टील कम्पनी में सेफ्टी मैनेजर हैं। उन्होंने बताया- जयपुर में रहने वाले रिश्तेदार मुकेश ने उन्हें एक्सीडेंट की जानकारी देते हुए बताया कि वह सीरियस है। वे बुधवार सुबह जयपुर पहुंचे तो पता चला कि अंशिका की मौत हो गई है।
बेटी की मौत की जानकारी मिलने पर अनिल मिश्रा बार-बार बेहोश होते रहे। होश में आने पर उन्होंने बताया कि पत्नी को एक्सीडेंट के बार में अब तक जानकारी नहीं दी है। मिश्रा ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि बेटी का शव लेकर कैसे जाऊं। अंशिका की एक छोटी बहन और छोटा भाई हैं। वह सदमा सह नहीं सकेंगे।
अंशिका परिवार के हर सदस्य से बहुत प्यार करती थी। वह हर किसी को दिन में एक बार फोन कर के खुद के बारे में बताया करती थी की क्या कर रही है। दो दिन से उसका फोन नहीं आया था। मन घबराया, लेकिन पता नहीं था की उसके साथ इतनी बड़ी घटना हो जाएगी।
बेटी ने कहा था कल एक सरप्राइज दूंगी
धनुषा टीएस के पिता सुनील और मां शव लेने के लिए जयपुर पहुंचे। महात्मा गांधी अस्पताल की मॉर्च्युरी में बेटी का शव देखकर मां बेहोश हो गई। सुनील ने पत्नी को संभाला और मॉर्च्युरी से बाहर लेकर आए। सुनील के बडे़े भाई सुधीर ने बताया- जिस रात बेटी की दुर्घटना में मौत हुई। उसी रात 11 बजे मां और पिता ने वीडियो कॉल पर बात की थी।
धनुषा ने मां-बाप को बताया- वह दोस्तों के साथ बाहर आई है। जल्द ही हॉस्टल पहुंच जाएगी। सुबह दोबारा कॉल कर के उन्हें आगे का प्लान बताने वाली थी। दरअसल, धनुषा जल्द ही एरनाकुलम (केरल) अपने घर आने वाली थी। सुधीर ने बताया धनुषा के पिता इतने सदमे में है कि परिवार से बात नहीं कर पा रहे हैं।
मैं चाहता था की बच्ची यहां पर शिक्षा ले
आर्या आरती के शव को लेने के लिए उनके रिश्ते में लगने वाले दादा केके जसवाल जयपुर आए। आर्या मेरठ की रहने वाली थी। जसवाल ने कहा- वह इस घटना से काफी परेशान हो हुए हैं। इस बच्ची की पूरी जिम्मेदारी मेरे पास ही थी। बच्ची के पिता सऊदी अरब में रहते है। उन्हें तत्काल मेरठ आने के लिए कहा गया है। वे कल तक मेरठ पहुंच जाएंगे।
केके जसवाल ने कहा- यह मेरी इच्छा थी की उनकी पोती आर्या आरती वनस्थली में पढ़ाई करें। यहां के मैनेजर से वह काफी नाराज हैं। जसवाल ने कहा- जब यह मामला शांत हो जाएगा। उसके बाद वह यूनिवर्सिटी को लेकर सरकार के नाम पत्र लिखेंगे।
एक्सीडेंट में खत्म हो गई थी कार
जयपुर में रिंग रोड के पास ओवर स्पीड ऑडी कार डिवाइडर से टकरा गई। हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए। गाड़ी में सवार तीन युवतियों समेत चार की मौत हो गई। दो गंभीर घायलों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। हादसा सोमवार देर रात 3 बजे शिवदासपुरा इलाके स्थित रिंग रोड पर हुआ।
ऑडी कार सवार युवक-युवती अजमेर की तरफ से जयपुर आ रहे थे। टक्कर इतनी तेज थी कि कार का ड्राइवर साइड का हिस्सा पूरी तरह खत्म हो गया। कार का इंजन बाहर निकलकर रोड पर आ गया। वहीं, ड्राइवर साइड का टायर एक्सल से टूटकर करीब 100 मीटर दूर जाकर गिरा।
बेस्ट फ्रेंड थीं, हमेशा साथ रहती थीं
परिवार ने बताया- तीनों लड़कियां वनस्थली विद्यापीठ में बीकॉम सेकेंड ईयर की स्टूडेंट्स थीं। उनके दोस्तों ने बताया कि तीनों बेस्ट फ्रेंड थीं और हमेशा साथ रहती थीं। तीनों एक साथ ही कॉलेज से निकली थीं। इनके फैमिली मेंबर भेी इनकी फ्रेंडशिप को लेकर जानते थे।
पुलिस की जांच ठंडे बस्ते में
हादसे को शिवदासपुरा थाना पुलिस एक सामान्य हादसा मान कर रह गई है। इसके चलते रिंग रोड पर ऑडी कार हादसा एक मिस्ट्री बन कर रह गया। पुलिस ने बुधवार को तीनों मृतक छात्राओं का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए हैं। वहीं, पुलिस घटना के दूसरे दिन भी यह पता नहीं कर पाई कि ऑडी कार में तीनों युवक और तीनों छात्राएं कहां से आ रहे थे।
मृतक छात्राएं यूपी, एमपी व केरल की और युवक जयपुर का
राजेश ताखर (27), निवासी रिद्धि-सिद्धि नगर, निवारू रोड, जयपुर
आर्या (24) पुत्री संजयकुमार, निवासी मेरठ, उत्तर प्रदेश
धनुषा (23) पुत्री सुनील, निवासी टोफिल अर्नाकुलम, केरल
अंशिका (24) पुत्री अनिलकुमार मिश्रा, हरदोली, दमोह, मध्य प्रदेश