कोलकाता खबर:- कोलकाता/पश्चिम बंगाल का कोलकाता देश के प्रमुख महानगरों में है। अनेक विशेषताओं से भरे इस महानगर में किसी भी मौके को अवसर के रूप में साकार करने में बुद्धिजीवी वर्ग आगे रहता है। देशभर में शुक्रवार को बुद्ध पूर्णिमा पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। वहीं कोलकाता में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर शुक्रवार शाम सिटीजन एमपावरमेंट के बैनर तले उत्तर कोलकाता में पदयात्रा निकाली गई। इसमें पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा और अन्य अपराध के विरूद्ध इस यात्रा का मिशन रखा गया।
विवेकानंद के पैतृक आवास से शुरू हुई पदयात्रा
देश में अमन चैन कायम रहे, इस भावना को ध्यान में रखते हुए पदयात्रा में शामिल लोगों ने उत्साह से मिशन की शुरुआत की।
उत्तर कोलकाता स्थित स्वामी विवेकानंद के पैतृक आवास से पदयात्रा शुरू हुई और श्यामबाजार पांच माथा मोड़ जाकर समाप्त हुई। पदयात्रा में शामिल लोगों ने राज्य में हिंसा और बलात्कार के शिकार लोगों को न्याय देने की मांग भी उठाई। जिस राह से पदयात्रा गुजरी, वहां के रहने वाले लोगों ने उत्साहवर्धन करते हुए पदयात्रा का साथ दिया व ऐसे कार्य बढ़चढ़कर होने की बात कही। इस मौके पर पुलिस-प्रशासन की भूमिका की निंदा भी की गई व मांग की गई कि ऐसे हालात पैदा करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों को नजरअंदाज नहीं किया जाए, बल्कि इनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाये
रंग-बिरंगी तख्तियां व आकर्षक बैनर
पदयात्रा में सिर्फ साधु-संत ही नहीं बल्कि महिलाओं व युवाओं की भी काफी संख्या रही। उत्साह के साथ पदयात्रा में बैनर व तख्तियां लेकर राह से गुजरते समय पदयात्रियों में गजब की ऊर्जा व उत्साह नजर आया। बांग्ला भाषा में रंग-बिरंगी तख्तियों के साथ छह फीट से अधिक लम्बा बैनर आकर्षण का केन्द्र बना हुआ था।
हमेशा मिलेगी जीत
गौरतलब है कि गौतम बुद्ध ने कहा था कि अपने जीवन में दूसरों से लड़ाई लडऩे से अच्छा है, खुद पर जीत हासिल करो। इससे कभी कोई दिक्कत नहीं आएगी। हमेशा जीत आपकी रहेगी। अगर इसे अपना लिया तो कोई भी पराजित नहीं कर सकता। ऐसी भावना के साथ पदयात्रा निकाली गई। यह अनोखी पदयात्रा ना सिर्फ व्यवस्था में खामियों को उजागर करती है, बल्कि संदेश देती है कि सच की राह पर चलने से सबका भला है।