कोलकाता खबर :-कोलकाता : इसी साल अगस्त महीने में पश्चिम बंगाल (West Bengal) से छह राज्यसभा सीटें खाली होंगी। फिलहाल इन छह सीटों में से पांच पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार हैं जबकि एक कांग्रेस के पास है। सूत्रों के अनुसार, राज्यसभा सचिवालय की ओर से मई महीने में ही राज्यसभा की सीटें खाली होने से संबंधित अधिसूचना जारी की जा सकती है। ऐसे में इन सीटों पर अब पश्चिम बंगाल (West Bengal) से कौन-कौन से लोग जाएंगे इसे लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। 2021 के विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के बाद से बंगाल (West Bengal) में राजनीतिक समीकरण बदला हुआ है। राज्य में भाजपा के पास 67 सीटें हैं जबकि तृणमूल कांग्रेस के पास 220 से अधिक सीटें हैं। ऐसे में अभी भी राज्यसभा की पांच सीटों पर तृणमूल कांग्रेस का ही कब्जा रहेगा जबकि बाकी एक सीट भारतीय जनता पार्टी की झोली में जाएगी। तृणमूल कांग्रेस की ओर से राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन, मुख्य सचेतक शुखेंदु शेखर रॉय, डोला सेन, सुष्मिता देव और शांता छेत्री का कार्यकाल अगस्त महीने में खत्म हो जाएगा। सूत्रों ने बताया है कि इनमें से दो लोगों को छोड़कर बाकी को तृणमूल कांग्रेस एक बार फिर राज्यसभा के लिए मनोनीत करेगी। बाकी एक सीट पर राज्यसभा में कांग्रेस की ओर से प्रदीप भट्टाचार्य को भेजा गया है जिन्हें 2016 के विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में जीत दर्ज करने वाले वाम दलों का भी समर्थन हासिल हुआ था। ऐसे में भाजपा इस बार बंगाल से किसे राज्यसभा भेजती है इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। बंगाल में भाजपा से पहले स्वपन दासगुप्ता राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। इसके अलावा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक अनिर्वाण गांगुली का नाम भी राज्यसभा उम्मीदवारों की सूची में आ रहा है। बहरहाल पार्टी सूत्रों ने बताया है कि केंद्रीय नेतृत्व ही तय करेगा कि बंगाल से किसे उच्च सदन में भेजना है।