नई दिल्ली/बीकानेर। राष्ट्रीय पंजाबी महासभा के प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार को नई दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के आवास पर मुलाक़ात कर पंजाबी समुदाय की विभिन्न लंबित मांगो का ज्ञापन सोंपा। इससे पहले प्रतिनिधि मंडल में शामिल महासभा के जनरल सेकेट्री सुरेन्द्र जुनेजा, हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष भूपेश मेहता,रमेश आहूजा, कमल अधलक्खा,प्रदीप दुआ, बीकानेर से सतीश कुमार खत्री, प्रवीण गुलाटी, राजेश भल्ला, अरविन्द अरोड़ा ने मुलाक़ात के दौरान लोकसभा अध्यक्ष बिड़ला का पंजाबी साफा पहनाकर सम्मान किया। प्रतिनिधि मंडल में शामिल महासभा के राजस्थान कार्यकारिणी के सदस्य सतीश कुमार खत्री ने बताया कि भारत-पाक विभाजन के समय धर्म की रक्षा के लिए वर्तमान पाकिस्तान में अपना सब कुछ गंवाकर भारत के विभिन्न भागों में आकर मेहनत के दम पर विभिन्न क्षेत्रों में अपना प्रभुत्व स्थापित करने और राष्ट्रीय अस्मिता एवं समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला पंजाबी समुदाय आज अपने अधिकारों एंव हक के लिए संघर्ष कर रहा है। इसी को लेकर सोमवार को राष्ट्रिय पंजाबी महासभा के 30 सदस्य दल ने नई दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के अकबर रोड़ स्थित सरकारी आवास पर मुलाकात कर विभिन्न मांगो का ज्ञापन सोंपा। इस अवसर पर सम्मान से अभिभूत बिड़ला ने महासभा के पदाधिकारियों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगो के मुद्दों पर चर्चा कर इनके समाधान के लिए प्रभावी कदम अवश्य उठाएंगे। इस दौरान महासभा के पदाधिकारियों ने लोकसभा अध्यक्ष बिड़ला को राष्ट्रिय पंजाबी महासभा द्वारा किये जा रहे सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यो की विस्तृत जानकारी दी गई। वंही आगामी कार्यक्रमों की रुपरेखा के बारे में बिडला को विस्तार से बताया गया। इस दौरान महासभा के पदाधिकारियों ने आगामी कार्यक्रम में बिड़ला को आने का निमन्त्रण दिया। बिड़ला से मिलने वाले प्रतिनिधि मंडल में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश सहित अन्य इलाकों से 30 प्रतिनिधि शामिल रहे।
ज्ञापन में सोंपी गई मांगें इस प्रकार हैं:-
- विभाजन विभिषिका पीडित कल्याण आयोग का गठन किया जाए।
- राजस्थान एवं हरियाणा में पंजाबी कल्याण बोर्ड आयोग जैसे कि पंजाब कि किया है का गठन किया जाए।
- देश व प्रदेश में जनसंख्या के अनुपात से पंजाबी अरोड़ा खत्री समाज को सरकारी प्रतिष्ठानों, नौकरियों, योजनाओ और लोकसभा, राज्यसभा एवं विधानसभा में प्रतिनिधित्व देकर राजनीतिक क्षेत्र में हिस्सेदारी दी जाए।
- भारत सरकार की जनगणना के जाति आधारित कॉलम में खत्री दर्ज हैं, जबकि देश में सबसे ज्यादातर पंजाबी अरोड़ा परिवार हैं। निवेदन है कि जातीय रिकॉर्ड में पंजाबी अरोड़ा जुड़वाकर समाज को इसकी पहचान दिलाई जाए।
- राजस्थान में पंजाबी अरोड़ा खत्री समाज को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल किया जाए।
- देश के कुछ राज्यों में लोग पंजाबी समुदाय के लोगों को रिफ्यूजी / शरणार्थी और पाकिस्तानी कहकर अपमानित करते हैं। ऐसा कहने वालों के खिलाफ विशेष कानून बनाकर उनके लिए सजा का प्रावधान किया जाए।
- जिन-जिन राज्यों में पंजाबी को द्वितीय भाषा का दर्जा प्राप्त है, वहां तक पंजाबी अध्यापकों की नियुक्ति कर रिक्त पद भरे जाएं, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, माइलस्टोन और साइन बोर्डों पर अन्य भाषाओं के साथ-साथ पंजाबी भाष में भी संदेश लिखा जाए।
- अरोड़ वंश के संस्थापक एवं भगवान श्री रामचंद्र जी के वंशज श्री अरूट जी महाराज की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की जाए।
- उत्तराखंड में पंजाबी समुदाय से संबंधित 6 विधायक हैं, लेकिन किसी भी विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया है। ऐसे में, आपसे आग्रह है कि उनमें से किसी को मंत्री बनवाकर पंजाबी समुदाय का मान सम्मान बढ़ाकर कृतार्थ करें।
- केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ न केवल पंजाब और हरियाणा की राजधानी है, बल्कि हिमाचल प्रदेश से सटा एक बड़ा शहर भी है। चंडीगढ़ में लगभग हर समुदाय का अपना भवन है, लेकिन पंजाबी समुदाय की बड़ी आबादी के बावजूद चंडीगढ़ और आसपास के सभी राज्यों के पास अपना भवन नहीं है। अतः आपसे अनुरोध है कि चंडीगढ़ में पंजाबी भवन के निर्माण के लिए केन्द्र सरकार से भूमि आवंटन में सहयोग करें।