शिक्षा विभाग ने की अनूठी पहल, ‘डायल फ्यूचर‘ (भविष्य की राह) कार्यक्रम की शिक्षा मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम सुरुवात

THE BIKANER NEWS:-प्रदेश में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के साथ ही भावी पीढ़ी के सुनहरे भविष्य की राह तैयार करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने अनूठी पहल करते हुए ‘डायल फ्यूचर‘ (भविष्य की राह) कार्यक्रम की शुरुआत की है। अब प्रदेश के सभी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में दसवीं कक्षा उत्तीर्ण कर चुके विद्यार्थियों का संकाय चयन में मार्गदर्शन करने के साथ कॅरियर काउंसलिंग भी की जाएगी। विद्यार्थियों के भावी जीवन की राह संवारने वाले शिक्षक ‘पथ प्रदर्शक शिक्षक‘ कहलाएंगे। शिक्षा मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने मंगलवार को बीकानेर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम के लोगो, ब्रोशर, बुकलेट और वीडियो का विमोचन किया। प्रदेश के उच्च माध्यमिक विद्यालयों के 15 हजार से अधिक पथ प्रदर्शक शिक्षक एवं विभाग के 500 से अधिक अधिकारी वीडियो कांफ्रेंस के जरिए कार्यक्रम से जुड़े। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि हर व्यक्ति अपने जीवन में कुछ बनना चाहता है और बनने का माध्यम तालीम है। प्रदेश में 26 जून से प्रारंभ हुए नए शैक्षणिक सत्र के साथ ही ड्रॉप आउट बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए स्कूल चलो अभियान (प्रवेशोत्सव) चलाया जा रहा है और अब 28 जून से 5 अप्रैल तक दसवीं पास करने वाले बच्चों का विषय चयन में मार्गदर्शन किया जाएगा। विद्यार्थियों को कला, वाणिज्य एवं विज्ञान के अलावा ललित कला, संगीत, साहित्य, व्यवसायिक प्रशिक्षण, तकनीकी प्रशिक्षण की जानकारी भी दी जाए। शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती जाहिदा खान ने कहा कि पहले हर बच्चा डॉक्टर, इंजीनियर या अध्यापक ही बनना चाहता था लेकिन बदलते समय के साथ बच्चों के लिए कॅरियर बनाने की अनेक राहें खुल गई हैं। स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने कहा कि हम आज जो कुछ भी बन पाए हैं या जो बनना चाहते थे और नहीं बन पाए, उसमें हमारे दसवीं कक्षा के बाद चुने गए विषय का महत्वपूर्ण योगदान है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक कानाराम ने कहा कि डायल फ्यूचर कार्यक्रम विद्यार्थियों के संकाय चयन में सहायक होगा और वे जो भविष्य का निर्माण करना चाहते हैं उसका सपना साकार होगा। कार्यशाला को प्योर इंडिया ट्रस्ट जयपुर के श्री प्रशांत पाल, आईडियाज टू इंपैक्ट फाउंडेशन की भावना भसीन तथा करियर काउंसलर डॉ चंद्रशेखर श्रीमाली ने संबोधित किया। कार्यशाला में करियर काउंसलिंग से संबंधित शॉर्ट मूवी भी दिखाई गई।