जिनके ह्रदय में श्रीराम उनके नाम से ही सफल होते उनके काम- पं.रविप्रकाश



बीकानेर 8 जुलाई – वल्लभ गार्डन में चल रही श्री रामकथा में प्रसंग सुनाते हुए कथावाचक विख्यात पंडित रविप्रकाश शर्मा ने कहा की जिनके ह्रदय में श्रीराम का निवास हो जो की उनके लिए सर्वत्र न्योछावर करने वाले हो उनका भगवान राम भी कभी बाल बांका नहीं होने देते ऐसे लोगो को जीवन का मजा भी राम के माहोल में आता है आज कथा में सीता विवाह का वर्णन करते हुए पंडित शर्मा ने कहा की माता सीता ने भगवान राम को अपने हृदय में धारण कर चुकी थी स्वंयवर रचा जा रहा था माता सीता तो श्रीराम को ही अपना परमेश्वर मान चुकी थी और उनमें ये विश्वास था की राम अवश्य आयेंगे और ऐसा हुआ भी कहने का अभिप्राय यह है की जो भगवान राम को जीता है उनका मन भी उनके नाम के माहौल में बसता है उनका कल्याण भगवान राम करते है
पंडित शर्मा ने कहा की आज इस कथा का उद्देश्य भी पूरा होता नजर आ रहा है की हम कैसे नई पीढ़ी को सनातन की तरफ संस्कारों किं तरफ लेकर आए बड़ी खुशी की बात है की आज पेशे से सरकारी अध्यापिका खुशबू अधिवक्ता जितेंद्र का नवयुगल इसलिए कथा में यजमान बनने को आतुर हुआ क्योंकि आज उनकी वर्षगांठ है पिछले पांच दिनों से कथा सुन रहे इनके माता पिता से वर्णन सुनकर ये यहाँ आए क्योंकि उनको अपना ये खास दिन राम के साथ बिताना था और जहा राम कथा हो वहा मर्यादा पुरषोत्तम तो आधिकारिक रूप से मौजूद रहते है

   प्रवक्ता कामिनी विमल भोजक मैया ने बताया की रोज कथा स्थल पर सुबह विशेष पूजा अर्चना के साथ हवन का कार्यक्रम होता है  जो युगल यजमान बनते है उनसे विधि पूर्वक सुबह की पूजा और हवन का कार्य करवाया जाता है कथा स्थल पर अलग से मानस पाठ अनवरत रूप से चल रहे है