बीकानेर। बीकानेर में हुई मानसून की पहली बारिश ने जहां जिले को तरबतर कर दिया। वहीं सिस्टम को पूरी तरह डूबा दिया। जिसका खामियाजा आमजन को भोगना पड़ा। बारिश ने सरकारी सिस्टम की पोल ही खोल दी। जिसका जीता जागता उदाहरण जिला कलक्टर कार्यालय परिसर में बने उप डाकघर में देखने को मिला। जहां न केवल डाकघर पानी से भर गया। बल्कि यहां रखे आमजन के महत्वपूर्ण कागजात भी पानी में तैर गये। इनमें अनेक डाकघर उपभोक्ताओं के चैक व खाते की डायरियां व अनेक कागजात थे। यहीं नहीं पूरी बिल्डिंग में करंट प्रभावित हो गया। यहां रखे उपकरणों में पानी भर गया। जिससे घंटों कामकाज ही नहीं हो पाया। डाकघर में आने वाले हर व्यक्ति को परेशानी उठानी पड़ी। बताया जा रहा है कि इस बिल्डिंग की छत्त क्षतिग्रस्त होने के कारण बरसाती पानी छत से टपककर व रिसकर कमरे में आ गया। जिसकी वजह से कागजात पानी में तैर गये और कम्प्यूटर सहित विद्युत उपकरण खराब हो गये। जिनके खाताधारकों का रिकार्ड भी था। जब डाकपाल व कार्मिक सोमवार सुबह कार्यालय पहुंचे तो डाकघर में पानी भरा देख हतप्रद रह गये। पहले तो कमरे में जमा पानी को बाहर निकाला। फिर भीगे दस्तावेजों को बाहर सुखाया। आपको बता दे कि कलक्टर परिसर में स्थित इस उपडाकघर की बिल्डिंग खतरे के निशान पर है और हादसे को निमंत्रण देने वाली है। प्रशासन को चाहिए की इस बारे में ध्यान दें।