THE BIKANER NEWS:- बीकानेर:- देश मे जब भी चुनावी साल होता है नेता लोग बड़े बड़े लुभावने वादे करने में पीछे नही रहते। सभी पार्टियों के नेताओ में वादों की होड़ मच जाती है जो बाद में “चुनावी वादे” के तौर पर याद किये जाते है। ऐसे ही कुछ वादे बीकानेर विधानसभा चुनावों में भी नेता करते आये है लेकिन चुनांव के बाद उनको पूरे करने करने की असफल कोशिशों में पाँच साल निकल जाते है और जनता फिर अगले चुनावो में ऐसे ही वादों पर भरोसा कर लेती है और नेता जी को छप्पर फाड़ कर वोट देती है और विजय श्री का तिलक कर विधानसभा भेज देती है।
ऐसे ही कुछ वादे है जिन पर एक नजर डालते है।
वादा 1:- कोटगेट रेल फाटक समस्या का समाधान
कोटगेट रेल फाटक की समस्या जनता के लिए तो नासूर बनी हुई है लेकिन नेताओ के वोट बैंक की तरह काम आ रही है। ऐसा कोई नेता या मंत्री नही होगा वो किसी भी पार्टी से हो जिसने जनता को इस समस्या के समाधान की” लोली-पॉप” ना थमाई हो।कोंग्रेस और भाजपा के नेता बारी बारी चुनावो में इस मुद्दे को चर्चा में लाते है और फिर क्या होता है “ये पब्लिक है सब जानती है” इस बीच एक समय ऐसा भी आया जब केंद्र में राजस्थान में एक समय ही दोनो पार्टियों की सरकारें थी और बीकानेर से सांसद विधायक भी उनकी ही पार्टी से थे फिर भी इस समस्या का समाधान क्यो नही हुआ इसका जवाब अभी तक तो किसी नेता जी ने नही दिया।
इस बार भी बीकानेर पश्चिम विधायक मोहदय ने जोर देकर कहा है कि अपने कार्यकाल में जरूर इस समस्या का समाधान निकलेगा। हालांकि उनके कार्यकाल को एक साल पूर्ण होने वाला है लेकिन धरातल पर कोई भी कार्य इस समस्या को लेकर दिख नही रहा है।
पूर्व मंत्री विधायक ने भी सभाओं में मंच से बार बार कहा था कि इस बार मे इस समस्या का समाधान चुनांव जीतने के बाद 7 महीने में ही करवा दूँगा। पता नही इस बार उनके पास ऐसी कोनसी जादू की छड़ी थी जिसे वो खुद जो काम पिछले 20-25 सालों में नही करवा सके वो 7 महीनों में करवाने का वादा बीकानेर की जनता से कर डाला था। अफ़सोफ बीकानेर की जनता को इस बार उनके इस वादे में सच्चाई कम लगी इस लिए…
वादा 2:-बिजली पानी और सडके
ये एक ऐसा वादा है जो सपूर्ण रूप से आज तक किसी नेता ने पूरा किया ही नही,सड़को का तो मान लेते है कि हर तीन चार सालों में टूट जाती है इस लिए नई बनानी ही पड़ती है लेकिन लाइट और पानी का समाधान आज तक नही हुआ। बिजली हर साल महंगी हो रही है, जब मर्जी कटौती,किसी की कोई सुनवाई नही,फॉल्ट होता है तो सात आठ घँटे तक ठीक नही होता,आये दिन जनता को धरना पर्दशन करना पड़ता है।
पानी की समस्या भी वर्षो से वैसे ही चली आ रही है,गर्मी में नहरबंदी की वजह से हजारो रुपये देकर टैंकर मंगवाने पड़ते है जनता को,पानी आता है तो ऐसा आता है की लोग बीमार पड़ जाए,कही कही तो ऐसा लगता किसी नाली या गटर का पानी हो।जगह जगह पुराने कुँए , पानी की टँकीया जरूर शुरू करवाई है मगर उनका फायदा जनता को कभी मिला ही नही,हा ठेकेदारों को जरूर मिला है, बाकी “ये पब्लिक है सब जानती है”
वादा 3:-नशाखोरी और जुआ सट्टा बंद
ये वादा भी काफी पुराना है लेकिन इस बार के विधानसभा चुनांव में बीकानेर पश्चिम में हर मंच पर से रैलियों में गलियों में और चुनावी गीतों में “जुआ-सट्टा बंद है” की गूंज सुनाई दी थी। इस वादे का असर भी देखने को मिला और जनता ने भारी मतों से उम्मीदवार को विजय बनाकर विधानसभा भेजा। अब विधायक बने एक साल होने वाला है लेकिन इस वादे को लेकर धरातल पर 1%भी काम होते नही दिख रहा।पूरे शहर में अवैध नशे की बिक्री हो रही है। बंद घरो में जुआ चल रहा है। शहर का अंदरूनी क्षेत्र हो या बाहरी तरफ का चारो तरफ अवैध कार्य हो रहे है। और अब तो शहर की लगभग सभी गलियों में विशेष आयोजन “घोड़ी खेल” “तीन पत्ती” “दे जिसको माता जी” और भी कई तरह के खेल(जुआ) के आयोजन दिवाली है कि नाम पर होंगे। जो एक महीने तक सरेआम चलेंगे।
लूटपाट और चोरी की वारदातों में भी इजाफा दिखाई दे रहा है। हर दिन छीनाझपटी, घरो में चोरी जैसी वारदाते होती रहती रहती है। जनता को आदत है खुद को ठगाने की तो नेता क्यो कसर छोड़े।
अब देखना ये है कि इस बार के पश्चिम विधायक मोहदय के कार्यकाल में कितने वादे पूरे होते है कितने अधूरे रहते है। क्यों कि जनता ने पूर्व विधायक के कार्यकाल से त्रस्त होकर नए पर भरोसा किया है।
मनोज व्यास