THE BIKANER NEWS.बीकानेर में पहले कोरोनावायरस और अब बाल वाहिनी की हड़ताल से बच्चो की पढ़ाई खराब हो रही की। पिछले 2 दिनों से बाल वाहिनी संचालकों ने हड़ताल की हुई की। जिससे कि बीकानेर के काफी बच्चे जो स्कूल वाहनों के द्वारा पहुंचते हैं उन्हे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है उनकी पढ़ाई भी खराब हो रही की। एक तरफ प्रशासन की हठधर्मिता बाल वाहिनी संचालकों से बातचीत नहीं कर रही है वहीं दूसरी और टैक्सी यूनियन का कहना है जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती हम हड़ताल पर रहेंगे।
बीकानेर के 90% बच्चे वाहनों के द्वारा ही स्कूल जाते हैं अब उनके परिजन उनकी पढ़ाई को लेकर चिंतित एवं परेशान हैं।अब परिजनों के सामने यह विडंबना उत्पन्न हो गई है कि वह अपने ऑफिस जाए या बच्चों को स्कूल छोड़ने और लेने जाए। यूनियन का कहना है कि आरटीओ बीकानेर में बालवाहिनी चालको को कागजी कार्रवाई के नाम पर परेशान कर रहा है।वही आरटीओ का कहना है कि कुछ बाल वाहिनीआ अवैध रूप से चल रही की। जिनमें मानको को नजरअंदाज किया जा रहा की। मामला बच्चों की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। ऐसे में केवल उन्हीं गाड़ियों के चालान किए जा रहे हैं जो अवैध वह बिना दस्तावेज के चल रहे हैं लेकिन 3 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन ने अभी तक यूनियन से बात नहीं की है जिसका सीधा असर बच्चों पर पड़ रहा है।
इस हड़ताल से बच्चों कि पढ़ाई में व्यवधान हो रहा है।पहले कोरोना ने बच्चों की पढ़ाई खराब की अब यह बाल वाहिनी हड़ताल। ऐसे में बीकानेर का जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल और संभागीय नीरज के पवन से अपील है कि इस मसले का हल जल्द से जल्द निकाला जाए बाकी बच्चों की पढ़ाई नियमित हो सके और अभिभावक चैन की सांस ले सके।
उमेश पुरोहित