THE BIKANER NEWS.बीकानेर।शाम साढ़े सात बजे दम्माणी चौक स्थित बड़ा गोपालजी मंदिर में आरती संपन्न होने के साथ ही माहौल कृष्ण मय हो गया। वहीं मोहता चौक से आगे मरुनायक मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड़ को देखते हुए पुलिस को व्यवस्था संभालनी पड़ रही है। शहर के सभी कृष्ण मंदिरों की विशेष सजावट शाम होते ही नजर आने लगी है। वहीं झांकियों के दर्शन करने के लिए महिलाएं और बच्चे पहुंचने शुरू हो गए हैं।बड़ा गोपाल मंदिर में आरती शुरू होने के साथ महिलाएं और पुरुषों के साथ बच्चे भी पहुंचे। बड़ी संख्या में कृष्ण स्वरूप बने नन्हें मुन्ने बच्चे भी मंदिर आए। बड़ा गोपाल मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायण व्यास ने बताया कि पिछले तीन सौ साल से इस मंदिर में जन्माष्टमी पर विशेष पूजा हो रही है। नियमित रूप से यहां बिराजे बड़ा गोपालजी के मंदिर का स्वरूप पिछले कुछ सालों में बदल गया है। हवेलीनुमा इस मंदिर में वैष्णव संप्रदाय की रीति नीति के मुताबिक पूजा अर्चना हो रही है। मंदिर से जुड़े गणेश व्यास “बांके बिहारी” ने बताया कि शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे झांकी निकाली जाएगी। एक नन्हें बच्चे को नन्दलाला का स्वरूप दिया जाएगा। उसका विशेष पूजन होगा और इसके बाद वो शहर के विभिन्न मोहल्लों में होता हुआ वापस मंदिर आएगा। इस दौरान भगवान कृष्ण की तरह वैष्णव संप्रदाय के लोग उसके दर्शन के लिए कतारबद्ध खड़े रहेंगे।
मुरलीधर व्यास नगर के पुरोहित सदन मे कृष्ण जन्मोत्सव पर कृष्ण की झाँकि सजाई गई।बाल कृष्ण का रूप राघव पुरोहित ने धरा और रामचंद्र पुरोहित नंद बाबा बने।अंकिता,अक्ष,यशवर्धन आदि ने झांकी सजाने में सहयोग किया।
विश्वजीत महादेव मंदिर कृष्ण जन्माष्टमी पर कृष्ण लीला भगवान का महाकाल व सोमनाथ शृंगार और भगवान का पूजन अभिषेक किया गया। पंडित श्री कैलाश कुमार व्यास मोरिया महाराज पंडित बृजमोहन पंडित अर्जुन द्वारा श्रंगार किया गया। नंद बाबा के रूप में घनश्याम जी ने भूमिका निभाई।