शिक्षा विभाग में मंत्रालयिक पदों के आवंटन के उपरांत भी पदोन्नति में हो रही देरी,स्वतंत्र महासंघ ने उठाया मुद्दा। शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल से मिला प्रतिनिधिमंडल।




20सितंबर, मंगलवार। बीकानेर अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त मंत्रालय कर्मचारी महासंघ (स्वतंत्र) के द्वारा मंत्रालय पदों के आवंटन के उपरांत भी पदोन्नति में हो रही देरी तथा कनिष्ठ लिपिक के स्थानांतरण सूचीयां जारी नहीं होने से संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल के समक्ष शीघ्र शीघ्र पात्रता सूची जारी करवाने का मुद्दा उठाया तथा उक्त संबंध में निदेशक को ज्ञापन सौंपा। प्रदेश महामंत्री जितेंद्र गहलोत ने बताया राज्य सरकार के आदेश अनुसार प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग में मंत्रालयिक संवर्ग के कनिष्ठ सहायक से लेकर संस्थापन अधिकारी तक के पद विद्यालयों व कार्यालयों में पुनर्गठित/सृजित होने के उपरांत पदोन्नति हेतु पात्रता सूची जारी कर डीपीसी की कार्यवाही मंडल एवं निदेशालय स्तर पर संपादित की जानी है। किंतु यह कार्य विभिन्न स्तर पर किन्ही कारणों से लंबित चल रहा है तथा राज्य सरकार द्वारा प्रदत 1 वर्ष में दो बार डीपीसी के प्रावधान का लाभ भी मंत्रालय कर्मचारियों को नहीं मिल पा रहा है और तो और गया अगस्त माह में भी समय रहते डीपीसी आयोजित नहीं होने से पदोन्नति में अनुभव की छूट से भी कर्मचारियों को वंचित रहना पड़ा था।
संस्थापक मनीष विधानी ने बताया कि शिक्षा विभाग में गृह जिले से 500-700 किलोमीटर दूर पदस्थापित कनिष्ठ सहायकों के स्थानांतरण हेतु अपने अपने क्षेत्रीय विधायकों से सिफारिश उपरांत भी कार्मिकों की स्थानांतरण सूची भी विभाग द्वारा जारी नहीं की जा रही है, जिससे प्रोबेशन पूरा कर चुके अल्प वेतनभोगी मंत्रालय कर्मचारियों में निराशा उत्पन्न हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष सागर पांचाल ने अवगत करवाया कि पूर्व में भी नवनियुक्त कनिष्ठ सहायकों की गृह जिला परिवेदनाओं के विषय में भी संगठन द्वारा परिवेदना पीड़ित कर्मचारियों की सूची आप को सौंपी गई थी, लेकिन विभाग द्वारा कनिष्ठों की समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया।आदरणीय निदेशक महोदय से हमने निवेदन किया है कि विभाग में मंत्रालय कर्मचारियों की पदोन्नति एवं स्थानांतरण संबंधी लंबित कार्यों में शीघ्रता लाकर राज्य सरकार द्वारा प्रदत पदोन्नति के अवसर कर्मचारियों को राहत दिलवाने चाहिए जिसपर निदेशक गौरव अग्रवाल ने सहयोगस्वरुप बताया कि मंत्रालयिक कर्मचारियों के पदौन्नति के अनुभव में शीथिलन हेतु राज्य सरकार को पत्र भेजा है, शिथिलन की स्वीकृति मिलते ही कर्मचारियों को शीघ्रातिशीघ्र पदौन्नति का लाभ मिल सकेगा, साथ ही कनिष्ठ सहायकों के स्थानांतरण के विषय में निदेशक ने अवगत करवाया कि मंत्रालयिक संवर्ग में कनिष्ठ सहायकों के पद प्रत्याहरित किए जाने से कनिष्ठ सहायकों के स्थानांतरण की रिक्तियां कम हो गई है, ऐसे में स्थानांतरण सूची जारी नहीं की जाएगी। गत दिनों संगठन के संस्थापक को सड़क दुघर्टना में चोटिल होने से प्रदेशाध्यक्ष ने विधानी की कुक्षलक्षेम पूंछी। निदेशक को ज्ञापन के दौरान स्वतंत्र महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष पांचाल के नेतृत्व में गए प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश महामंत्री जितेंद्र गहलोत, परामर्शक ताराचंद सिरोही तथा संस्थापक मनीष विधानी के साथ उपाध्यक्ष रसपाल सिंह मोटा, रवि डायच, मधु सिंह तवर,तरुण मोदी, विक्रांत जोशी, शिव छंगानी तथा अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।