ऐसा क्या हुआ जो प्राचार्य की कुर्सी ही उठा ले गए,देखे रिपोर्ट

बीकानेर। एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने आज उग्र प्रदर्शन करते हुए डूंगर कॉलेज प्राचार्य की कुर्सी उठाकर बाहर ले गए और विरोध-प्रदर्शन किया। दरअसल, कॉलेज के स्टूडेंट्स की विभिन्न मांगों को लेकर एनएसयूआई ने बुधवार को कॉलेज परिसर के अंदर विरोध-प्रदर्शन किया। सभी प्रदर्शनकारी पहले प्राचार्य कक्ष में अपनी मांगों को लेकर गए, लेकिन कक्ष में प्राचार्य की अनुपस्थित देख छात्र भडक़ गए और नारेबाजी करते हुए प्राचार्य की कुर्सी उठाकर बाहर ले गए।
इस दौरान एनएसयूआई के रामनिवास कूकणा ने कहा कि एनएसयूआई कार्यकर्ता की ऐसी मंशा नहीं थी, लेकिन मजबूरन कार्यकर्ताओं को ऐसा करना पड़ा। क्योंकि जब कॉलेज में प्राचार्य ही नहीं है तो इसी कुर्सी का क्या काम, छात्रों की पीड़ा कौन समझेगा और उसका हल कौन निकालेगा। कूकणा ने बताया कि कॉलेज में नियमित कक्षाओं का संचालन नहीं हो रहा, हमारी मुख्य मांगों में यह बड़ी मांग है। क्योंकि नियमित कक्षाओं का संचालन नहीं होने के कारण छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पर विपरित प्रभाव पड़ रहा है।
कूकणा ने कहा कि नवनिर्वाचित अध्यक्ष हरीराम गोदारा, पूर्व अध्यक्ष कृष्णकांत गोदारा सहित एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने लगतार डूंगर कॉलेज का निरीक्षण किया जिसमें पाया कि नियमित कक्षाएं नहीं लग रही है और अधिकांश लेक्चरर अपनी उपस्थिति लगाकर निकल जाते है। प्राचार्य खुद लगातार अनुपस्थित रह रहे हैं। जिसके कारण एनएसयूआई कार्यकर्ताओं में रोष था। इसी रोष व मजबूरी के चलते एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को आज ऐसा कदम उठना पड़ा ताकि इनकी नींद खुल सके। कूकणा ने कहा कि कॉलेज व स्टूडेंट्स से जुड़ी सेकड़ों ऐसी समस्याएं है जिनका हम समाधान चाहते हैं, अगर समाधान नहीं हुआ तो आने वाले समय में सांकेतिक रूप से महाविद्यालय को बंद करने का काम किया जाएगा।