जिले ने रचा एक और कीर्तिमान, 43 भामाशाहों ने दिए सवा करोड़ के 750 स्मार्ट टीवी शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला और आपदा प्रबंधन मंत्री श्री मेघवाल ने स्कूल प्रबंधन को सौंपे स्मार्ट टीवी

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एकल शिक्षक वाले स्कूलों में डिजिटल माध्यम से पढ़ेंगे बच्चे

बीकानेर, 5 अक्टूबर। बीकानेर जिले ने बुधवार को एक और कीर्तिमान रचा। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल के आह्वान पर जिले के 43 भामाशाहों ने सवा करोड रुपए से अधिक राशि के 750 स्मार्ट टीवी एकल अध्यापक वाले सरकारी स्कूलों में शिक्षा की निरंतरता बनाए रखने के लिए भेंट किए। इनका वितरण रविंद्र रंगमंच पर आयोजित भव्य समारोह में किया गया। इस अवसर पर इन सभी भामाशाहों का सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने ‘डिजिटल इनीशिएटिव फॉर क्वालिटी एजुकेशन-शिक्षा के बढ़ते कदम की’ शुरुआत जयपुर से की। इसे बीकानेर से धरातल पर उतारा गया है। उन्होंने कहा कि भामाशाहों के सहयोग से की गई यह पहल विद्यार्थियों के लिए बेहद उपयोगी रहेगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौर में ऑफलाइन कक्षाएं अवरुद्ध रहीं। इस समय में ऑनलाइन क्लासेज बेहद फायदेमंद साबित हुई। राज्य सरकार ने इस मुश्किल दौर में शिक्षा की निरंतरता बनाए रखने के लिए ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा उपलब्ध करवा इतिहास रचा। उन्होंने कहा कि बीकानेर में भामाशाहों द्वारा सहयोग की समृद्ध परंपरा है। शिक्षा के लिए इनके द्वारा दिया गया सहयोग अतुलनीय है। इसके दूरगामी सार्थक परिणाम सामने आएंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग मंत्री श्री गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि दूरस्थ क्षेत्र के बच्चों के लिए शिक्षा की अनवरतता के उद्देश्य से यह पहल सार्थक सिद्ध होगी। इनका प्रभावी उपयोग किया जाए। उन्होंने कहा की शिक्षा के बिना जीवन अंधकारमय होता है। जीवन में आगे बढ़ने के लिए शिक्षित होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल युग में बच्चों को समय के साथ आगे बढ़ाने में डिजिटल एजुकेशन की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के पवन ने कहा कि प्रत्येक बच्चा शिक्षित हो और आगे बढ़े, इसके लिए सरकार द्वारा सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक अपनी जिम्मेदारी समझें और बच्चों के बेहतर भविष्य निर्माण में अपनी भागीदारी निभाएं।
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के दौरों के दौरान यह पाया गया कि विभिन्न स्कूलों में एकल शिक्षक होने के कारण शैक्षिक गतिविधियां प्रभावित होती हैं। इसे ध्यान रखते हुए यह पहल की गई। उन्होंने जिले के भामाशाहों का आभार जताया और कहा कि सेवा भाव के इस जज्बे को अनवरत बनाए रखें। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में ई कक्षा कक्ष बनाए जाएं, जहां यह स्मार्ट टीवी रखें जाएं। उन्होंने बताया कि टीवी के साथ कक्षावार कंटेंट उपलब्ध करवाया गया है। इसके लिए हार्ड डिस्क भी दी गई है।
जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारका प्रसाद पच्चीसिया ने कहा कि बीकानेर के भामाशाह समय-समय पर आगे बढ़ कर अपना योगदान देते रहे हैं। उन्होंने जिले में औद्योगिक विकास की संभावनाओं पर अपनी बात रखी और जिले में हवाई सेवाओं के विस्तार की आवश्यकता जताई।
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में बताया।
इस अवसर पर शिक्षाविद डॉ. विजय शंकर आचार्य तथा डॉ. बृज रतन जोशी ने इस पहल तथा आज के दौर में डिजिटल शिक्षा पर अपने विचार रखे।
इससे पहले शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला और आपदा प्रबंधन मंत्री श्री मेघवाल ने रिमोट का बटन दबाकर स्मार्ट टीवी के ई-कंटेंट की लॉन्चिंग की और अभियान से जुड़े ब्रोशर का विमोचन किया। उन्होंने सांकेतिक रूप से छह संस्थाओं को टीवी भेंट किए, इनमें एक मदरसा भी शामिल था।
कार्यक्रम में जिला पुलिस अधीक्षक योगेश यादव, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., नगर निगम आयुक्त गोपालराम बिरडा, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त एएच गौरी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) ओम प्रकाश, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर) पंकज शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित कुमार बुडानिया, नगर विकास न्यास सचिव यशपाल आहूजा, उपखंड अधिकारी अशोक कुमार बिश्नोई बतौर अतिथि मौजूद रहे। इस अवसर पर भामाशाह, अधिकारी, विभिन्न क्षेत्रों से आए अध्यापक और राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक दीपक जोशी और सुनीता गुलाटी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित ने किया।