बीकानेर की छबीली घाटी से मायानगरी तक का सफर काफी संघर्ष भरा रहा:-टी.वी कलाकार अनुराग व्यास




THE BIKANER NEWS:-बीकानेर- नागिन आशिकाना दिल है जिद्दी और कई TV नाटक में लीड रोल कर रहे अनुराग व्यास छबीली घाटी से है हाल ही में दीपावली पर घर मस्ती करने आये है।ये जल्द ही एक म्यूजिक वीडियो में नजर आएंगे। न सिर्फ म्युजिक वीडियो बल्कि एक बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा भी बनने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो अब पॉजिटिव रोल ज्यादा से ज्यादा करना चाहता है। नागिन के बाद आशिकाना सीरियल में लीड रोल कर रहे अनुराग अब बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। इस प्रोजेक्ट में उनकी भूमिका अहम होगी लेकिन क्या होगी? इस बारे में उन्होंने फिलहाल जानकारी देने से इनकार कर दिया। अनुराग बताते हैं कि आशिकाना, नागिन, रक्षा बंधन जैसे सीरियल ने उन्हें पहचान दी है। अच्छा लगता है जब बड़े डायरेक्टर और प्रोड्यूसर उनको बाइ फेस और बाइ नेम याद करते हैं।

काफी संगर्ष किया

अनुराग ने बीकानेर के रंगमंच पर कई नाटक किए। यहां अनुराग कला केंद्र से भी जुड़े रहे। अपने साथी हिमांशु व्यास के साथ कई एडवरटाइज बनाए भी और डायरेक्शन भी किया। इसी दौरान मुंबई जाकर किस्मत आजमाने का मन हुआ। मुंबई में अपने रिश्तेदार के घर कुछ दिन रहे, फिर स्ट्रगल कर रहे अपने साथियों के साथ जाकर रहे। इस दौरान पहले ही ऑडिशन में सेकंड और थर्ड राउंड तक सिलेक्शन हो गया। यहां अनुराग का आत्मविश्वास जाग गया कि उसमें एक्टर बनने का मटेरियल है।
इन सीरियल में लीड रोल में अनुराग
एकता कपूर निर्देशित नागिन 5, गुल खान निर्देशित आशिकाना के अलावा विघ्नहर्ता गणेशा, रक्षा बंधन, दिल ये जिद्दी है, भाखरवाड़ी और आपके आ जाने से।

छोटी उम्र में खो दिया पिता को
बीकानेर से रामदेवरा के बीच एक सड़क हादसे में अनुराग व्यास के पिता का निधन हो गया। तब वो महज आठ साल के थे। इसी हादसे में पिता के अलावा दादा और एक रिश्तेदार की मौत भी हो गई थी। इसके बाद मां ने ही अनुराग और उसके भाई को माता-पिता की तरह पालकर बड़ा किया