THE BIKANER NEWS:- बीकानेर:-चाहे आंधी हो या बारिश हो। लाइट आये या नहीं आये। किसी भी परिस्थिति हो लेकिन इस मंदिर में सुन्दरकाण्ड का पाठ कभी नहीं रुकता है।
ये परम्परा 1 या 2 सालो से नहीं बल्कि पीछे 20 सालो से चली आ रही है। ये मंदिर है बीकानेर से 60 किलोमीटर दूर डूंगरगढ़ तहसील के पूनरासर में।
इस मंदिर के पुजारी जी कहना है कि मंदिर में खेजड़ी के पास सुन्दरकाण्ड का पाठ परिवार की ओर शुरू किया गया था।
20 वर्ष पहले पाठ शुरू करने से पहले तय किया गया कि 2-3 दिन लगातार पाठ करेंगे लेकिन 3 दिनों में ही सुन्दरकाण्ड पढ़ने वाले भक्त जुड़ते गए।
पाठ के लिए बकायदा भक्तो की ड्यूटी लगती है। यहाँ 3-3 घण्टे भड़को की ड्यूटी लगाई जाती है और यहाँ पर 8-8 लोग हमेशा रहते है।
यदि किसी की ड्यूटी रात 12 बजे खत्म होती है तो दूसरे लोग 10 मिनट पहले वहाँ पहुंच जाते है। इस प्रकार यहाँ पर अखंड पाठ चलता रहता है।
इसके अलावा 20 वर्ष पहले यहाँ ज्योत लगाई गई थी। जो आज भी अखंड जलती है। पाठ में हिस्सा लेने वाले ग्रामीण को पुजारी परिवार की ओर से आर्थिक सहयोग भी दिया जाता है।
हर वर्ष भरता है मेला
यहाँ हर वर्ष ऋषि पंचमी के बाद आने वाले पहले मंगलवार या शनिवार को मेला भरता है। जिसमे लाखो की संख्या में लोग पहुंचते है। आमतौर पर ये मेला सितम्बर माह में होता है।