आमजन को जागरूक करना। पांचवी प्राथमिकता यातायात का बेहतर प्रबन्धन एवं सड़क दुर्घटनाओं में मृतकों / घायलों की संख्या में कमी लाना।डीजीपी उमेश मिश्राने प्रशासनिक प्राथमिकताएँ भी तय की है। पहली प्राथमिकता आमजन में पुलिस की छवि में सुधार हेतु परिवादियों से मधुर व्यवहार एवं स्वागत कक्षों का प्रभावी उपयोग करना। दूसरी प्राथमिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग एवं हेल्पडेस्क के जरिए लोगों की समस्याओं को पहचान कर उनका समाधान करना । तीसरी प्राथमिकता महिला कार्मिकों के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधाएँ विकसित करना। चौथी प्राथमिकता राज्य एवं जिला प्रशिक्षण केन्द्रों का सुदृढीकरण कर पुलिस बल को अनुसंधान कार्यों में दक्ष बनाना। पांचवी प्राथमिकता जन सहभागिता एवं CSR (Corporate Social Responsibility) के माध्यम से पुलिस कर्मियों एवं उनके परिवारजनों के कल्याण हेतु आवश्यक आधारभूत ढाँचे की स्थापना।