सडक़ों पर कोलकाता में उमड़ा जैन समाज का सैलाब,थम गया महानगर

कोलकाता खबर:- कोलकाता।सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने का विरोध, मौन रैली में उमड़े समाजन, जैनों को प्राण से प्यारा, सम्मेद शिखर हमारा के बैनर के साथ हजारों समाजजनों ने की शिरकत

जैनों को प्राण से प्यारा, सम्मेद शिखर हमारा, 20 जैन तीर्थंकरों का मोक्षधाम है जैन का स्वाभिमान। तीर्थ बचाओ, धर्म बचाओ, तुगलकी नोटिस रद्द करो। वन मंत्रालय होश में आओ आदि नारों के बैनर लिए शनिवार को महानगर में सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने के सरकारी फैसले के विरोध में जैन समाज की ओर से मौन शांतिपूर्ण विरोध रैली निकली। करीब 10 हजार की संख्या में समाजजनों ने शनिवार दोपहर 12.30 बजे रैली के साथ जब बड़ाबाजार से शुरुआत कर एमजी रोड को पार कर ब्रेबॉर्न रोड की ओर रूख किया तो कुछ पल के लिए महानगर में वाहनों के पहिए थम गए। जबतक सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने का आदेश रद्द नहीं होता तबतक समाज की ओर से विरोध लगातार जारी रहेगा।
व्हील चेयर पर सवार 89 वर्षीया वृद्ध रहीं मुख्य आकर्षण
रैली में काफी संख्या में महिलाओं, युवाओं, बुजुर्गो और बच्चों ने भी उत्साह के साथ शिरकत की। रैली का मुख्य आकर्षण व्हील चेयर पर सवार 89 वर्षीया वृद्ध चांदबाई जैन रहीं। उन्होंने बातचीत में कहा कि सम्मेद शिखर हमें जान से भी प्यारा है। ये हमारा था, है और हमेशा रहेगा। रैली में बाइक सवार समाज के युवाओं ने सम्मेद शिखर को पर्यटन नहीं पावन तीर्थस्थल ही रहने दें आदि नारे लिखे बैनर समेत समाज के ध्वज के साथ भाग लिया।
इन्होंने की शिरकत
रैली में बंगाल बिहार उड़ीसा दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र समिति के प्रेसीडेंट भागचंद कासलीवाल, उपाध्यक्ष अजित पंडया, सचिव सुरेश कुमार सेठी कानकी, कोषाध्यक्ष मनोज सरावगी, पीआरओ मनोज जैन इशिका समेत सुुरेंद्र जैन, किशोर पाटनी आदि ने भाग लिया। जबकि उत्तर हावड़ा सकल जैन समाज की ओर से सुशील कुमार पंडया, धीरेंद्र गंगवाल, संजय पाटनी, सुमित सरावगी, बसंत सेठी, रोहित बोहरा आदि ने शिरकत की।

इसलिए निकली रैली
पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्रालय, केंद्र सरकार द्वारा जारी राजपत्र अधिसूचना के विरोध में रैली निकली। इसमें झारखंड के गिरिडीह जिले स्थित जैन समाज के सबसे पवित्र स्थल सम्मेद शिखर हिल को पूजा स्थल के बजाय पर्यटन स्थल घोषित करने का विरोध जैन समाज कर रहा है