गहराई से अध्ययन ही सफलता दिलाता है-डॉ. चोयल

THE BIKANER NEWS:-बीकानेर

बिनानी कन्या महाविद्यालय में आयोजित मॉडल स्टेट राजस्थान कार्यक्रम-2022 में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए डॉ. राजाराम चोयल, परीक्षा नियन्त्रक महाराजा गंगासिंह विष्वविद्यालय, बीकानेर ने कहा कि कोई भी विद्यार्थी जब भी किसी प्रकार की परीक्षा में सम्मलित होता है तो उसे अपने अध्ययन सामग्री की तरफ ध्यान देने के साथ-साथ उसे किस प्रकार प्रयोग में लिया जाता है उस तरफ भी ध्यान देने की आवष्यकता होती है। अगर सफलता प्राप्त करनी है तो गहराई से अध्ययन ही आपको सफलता दिला सकता है। परीक्षा पास करने के लिए तैयारी में सिर्फ कक्षा से आगे वाली कक्षा में आपका स्थानान्तरण होता है। अतः सतत् अभ्यास करे एवं उसे लिखने का और प्रदर्षित करने का सलीका सीखें। 
महाविद्यालय प्रांगण में राजस्थान सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने के अवसर रखी गयी प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त सभी संकाय की छात्राओं को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिह्न वितरत किये गये। छात्राओं को प्रमाण पत्र देते हुए डॉ. चोयल उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना के आर्षीवचन कहें।
कार्यक्रम का प्रारम्भ सरस्वती वन्दना के साथ प्रारम्भ हुआ। पिछले 5 दिनों में होने वाली सभी प्रतियोगिताओं के बारे मे उल्लेख करते हुए श्री मुकेष बोहरा ने बताया कि लगभग सभी प्रतियोगिताओं में 150 से 200 छात्राओं ने भाग लिया एवं अपने आप को साबित करने का प्रयास किया कुछ अंको के अन्तर से प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थानों का कब्जा हुआ। उन्होंने अपने उद्बोधन में राजस्थान सरकार की चलाई गयी चिरंजीवी योजना के बारे में विस्तार से छात्राओं को अवगत कराते हुए उनसे वचन लिया कि जो अभी तक इस योजना से नहीं जुड़ा है उन्हें वे प्रोत्साहित करगें।
मुख्य अतिथि डॉ. राजाराम चोयल का स्वागत करते हुए श्री रामकुमार व्यास, व्याख्याता रामकुमार व्यास ने महाविद्यालय का गौरवषाली इतिहास का वर्णन किया।
इसी क्रम में इतिहास व्याख्याता श्रीमती मधु सोलंकी ने राजस्थान सरकार द्वारा चलायी गयी लगभग सभी योजनाओं का विस्तार से वर्णन किया मुख्य रूप से उन्होंने इंदिरा गांधी रोजगार गारण्टी योजना पर छात्राओं का ध्यान आकर्षित करवाया।
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्राचार्या डॉ. चित्रा पंचारिया ने बताया कि समय-समय पर इस प्रकार के कार्यक्रम न सिर्फ छात्राओं में उत्साह वर्द्धन करते है बल्कि नयी नयी योजनाओं से उनको रूबरू होने का अवसर भी मिलता है। उन्होंने डॉ. चोयल को समय-समय पर आयोजित होने वाले शैक्षिणक कार्यों से अवगत कराया।
कार्यक्रम में गीत-संगीत का कार्यक्रम छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किया गया जिसमें नृत्य, गायन आदि मुख्य आकर्षण रहें। कार्यक्रम का संचालन गजानन्द व्यास द्वारा किया गया।