THE BIKANER NEWS:-बीकानेर।
बेसिक पी.जी. महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मुकेश ओझा ने बताया कि विशेष शिविर के छठे दिन शिविर स्थल श्रीरामसर गाँव के हर्षोल्लाव तालाब पर स्वयंसेवकों को श्रमदान करते हुए स्वच्छता का जीवन मंे विशेष महत्व समझाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित, महाविद्यालय प्राणिशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. रमेश पुरोहित, कला संकाय के राजस्थानी विषय के वरिष्ठ व्याख्याता डॉ. नमामिशंकर आचार्य उपस्थित रासेयो के स्वयंसेवकांे सहित उपस्थित रहे।
‘‘स्वच्छ भारत अभियान’’ के बारे में जानकारी देते हुए महाविद्यालय के प्राणिशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. रमेश पुरोहित ने बताया कि यह हमारे देश को स्वच्छ बनाने के लिए भारत सरकार की नई योजना है जिसका 2 अक्टूबर 2014 को उद्घाटन किया गया। हमारे देश के विकास में बाधा पहुंचाने वाली समस्याओं में से एक मुख्य कारण गंदगी है। हम देखते हैं कि आज भी ग्रामीण इलाकों में लोग शौच के लिए बाहर ही जाते हैं। शहरों की बात करें तो शहरों मंे शौचालय तो है लेकिन वहां पर अन्य गंदगी बहुत ज्यादा है जैसे- फैक्ट्रियों का अपशिष्ट, कूड़ा-करकट आदि जिसके कारण प्रायः सड़कें तो दिखाई ही नहीं देती हैं।
इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने स्वयंसेवकों को श्रमदान का जीवन मंे विशेष महत्व बताते हुए कहा कि अपने उद्देश्य की प्राप्ति तक भारत में ‘‘स्वच्छ भारत अभियान’’ मिशन की कार्यवाही निरन्तर चलती रहनी चाहिए। स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए डॉ. पुरोहित ने कहा कि स्वच्छता अभियान के लिए न केवल स्वयंसेवकों बल्कि समाज के अधिक से अधिक लोगों को जुड़ना चाहिय।
महाविद्यालय के राजस्थानी विभाग के वरिष्ठ व्याख्याता डॉ. नमामिशंकर आचार्य ने स्वयंसेवकों को बताया कि भौतिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक कल्याण के लिये भारत के लोगांे में इसका एहसास होना बेहद आवश्यक है। ये सही मायनों मंे भारत की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देने के लिये है जो हर तरफ स्वच्छता लाने से ही शुरू किया जा सकता है। रासेयो के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मुकेश ओझा ने छात्रों को संबोधित करते हुए अपने पुराने अनुभव स्वयंसेवकों के सामने साझा करते हुए कहा कि हमें केवल बौद्धिक श्रम के साथ-साथ शारीरिक श्रम का महत्व भी जानना चाहिए, क्योंकि दोनों प्रकार के श्रम से ही मनुष्यता को आगे बढ़ाया जा सकता है।
इसके पश्चात् रासेयो के स्वयंसेवकों ने एक साथ मिलकर श्रमदान भी किया गया। रासेयो के स्वयंसेवकों ने श्रीरामसर गाँव में स्थित हर्षोल्लाव तालाब मन्दिर के आस-पास के क्षेत्रों में भी कूड़े को एकत्रित कर नष्ट किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय स्टाफ सदस्य डॉ. रोशनी शर्मा, श्रीमती माधुरी पुरोहित, श्रीमती प्रभा बिस्सा, श्री सौरभ महात्मा, सुश्री संध्या व्यास, सुश्री श्वेता पुरोहित, सुश्री प्रियंका देवड़ा, श्रीमती अर्चना व्यास, श्री अजय स्वामी, श्री जयप्रकाश, श्री हिमांशु व्यास, सुश्री जयन्ती व्यास, सुश्री ज्योत्सना पुरोहित, श्री हितेश पुरोहित, श्री पंकज पाण्डे, श्री महेन्द्र आचार्य आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।