ब्रहम गायत्री जप-तप का चतुर्थ चरण अनुष्ठान पुष्टिकर विप्रपुत्रों द्वारा संपन्न



कोलकाता खबर:-
ब्रहम गायत्री जप-तप का चतुर्थ चरण अनुष्ठान पुष्करणा ब्रह्म बगीचा स्थित गायत्री यज्ञ शाला में पुष्टिकर विप्रपुत्रों द्वारा संपन्न हुआ ।

अनुष्ठान की पूजा सरस्वती पुत्र श्री के.के हर्ष एवं कर्मवीर श्री विजय ब्यास (TMB) के द्वारा अनुष्ठान आचार्य नवरत्न कल्ला एवं पं.सागर ओझा सहयोगी पं.पुरुषोत्तम दास ब्यास एवं बटुक विप्र ऋषभ किराडू ने संपन्न करवाई।
विप्रपुत्र महेश आचार्य,पं.गिरिराज हर्ष, पं.भवानीशंकर देरासरी,गिरिराज पुरोहित,पं.त्रिलोक चंद ओझा,अरुण पुरोहित एवं अन्य विप्र गणो ने गायत्री यज्ञशाला मंदिर को एवं पं.नागेश ब्यास द्वारा माँ गायत्री की प्रतिमा का पूजन ऋंगार एवं पुष्प सज्जा से सुसज्जित किया ।
श्री आनंद जी पुरोहित, श्री नारायन दास ब्यास एवं श्री
गायत्री जप-तप अनुष्ठान में विप्र पुत्रों के साथ सुश्री मदन गोपाल जी,श्री दाऊ लालजी देरासरी एवं पं श्री सुरेंद्र जी ओझा का सानिध्य मिला।
हमारा सौभाग्य है, समाज के वरिष्ठ एवं गणमान्य इस महापर्व से जुड़े, सभी विप्रपुत्रों का प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष सहयोग मिला।आप सभी को इस अनुष्ठान के जप- तप धारी विप्रपुत्रों की ओर से अभिवादन एवं सहृदय नमस्कार।
पुष्करणा ब्रह्मबगीचा के बागीचे में ब्रह्म पुत्र “पुष्प” की तरह लहलहरा रहे थे, अपनी आभा एवं ब्रह्म तेज से मंत्रौचार  देवी देवताओं को अर्पित कर रहे थे,लग रहा था कि, ब्रह्मबगीचा का वातावरण दिब्यस्थली में परिवर्तित हो गया।
ब्रह्म गायत्री अनुष्ठान के प्रेरणास्त्रोत पं.श्री शिव किशन जी किराडू,वरिष्ठ कर्मठ सुश्री हीरालाल जी किराडू एवं बलदेव दास जी पुरोहित ने अपनी अनुपस्थित में भी हम पुष्टिकर विप्र पुत्रों का मार्गदर्शन किया।
आशा है ब्रह्म गायत्री जप-तप का पंचम चरण अनुष्ठान पुष्टिकर विप्रपुत्रों के सहयोग से शीघ्रातिशीघ्र होगा, एवं अधिकाधिक संख्या में विप्रपुत्र इस अनुष्ठान से जुड़ेंगे। पुनः सभी को पुष्टिकर विप्रपुत्रों का सादर नमस्कार