बीकानेर. बीकानेर की लोक संस्कृति अनुपम और अद्वितीय है यही कारण है कि इसकी विशेषताओं की चर्चा सात समुंद्र पार भी होती है। शहर के परकोटे में जो उल्लास और उत्साह का वातावरण देखा जाता है वह सभी के लिये प्रेरणा के काबिल है। ये बात संभागीय आयुक्त बीकानेर डॉ. नीरज के पवन ने शनिवार को बीकानेर बाय नाईट में सहयोग करने वाले सभी संभागियों के सम्मान में आयोजित समारोह में कही। उन्होंने कहा कि शहर एक आदर्श परम्परा के निर्वाह करने वाला है।
कार्यक्रम में दम्माणी चौक, हर्षो का चौक, आसानियों का चौक, कोचरों का चौक, ढडढें का चौक, मरूनायक चौक, बारहगुवाड़ चौक, मोहता चौक के प्रतिनिधियों का स्मृति चिन्ह् देकर सम्मान किया। बीकानेर बाय नाईट पर्यटन विभाग द्वारा एक नई पहल के रूप में किया गया। संयोजक गोपाल बिस्सा ने बताया कि इस अवसर पर मिस मरवण कोमल सिद्ध, मिस्टर बीकाणा रविन्द्र जोशी, लम्बी मूंछों वाले गिरधर व्यास सहित 55 सहयोगियों का स्मृति चिन्ह् देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में प्रसिद्ध बनाटी की प्रस्तुती देने वाले ईश्वर दास छंगाणी का भी विशेष सम्मान किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ में मार्केण्डय रंगा ने पधारो म्हारे देश की प्रस्तुती से सभी का स्वागत किया। इस अवसर पर पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक किशन कुमार पूनियां, समाज सेवी दिलीप बांठिया, पवन महनोत, पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह, पवन शर्मा, योगेश राय, रूपकिशोर व्यास, पार्षद शिवशंकर बिस्सा सहित गणमान्य लोग उपस्थित थे।