सरस्वती पूजा के पंडाल में छाया एसएससी नियुक्ति घोटाला

कोलकाता खबर:- कोलकाता: मां सरस्वती को विद्या और बुद्धि की देवी माना गया है। वह ज्ञान देती हैं जो विनय प्रदान करता है और साथ ही न्याय की मानक हैं। लेकिन अगर हम बात करें कोलकाता की तो वर्तमान समय में अगर तराजू पर तौला जाये तो रुपयों के भार के नीचे ज्ञान जरा झुक सा गया है। आरोप लगाया गया है कि राज्‍य में फेल होने के बावजूद अयोग्य लोगों को नौकरी मिल गई है और शिक्षित लोगों को नौकरी के लिये धरने पर बैठना और दर-दर भटकना पड़ रहा है। मां सरस्वती पिंजरे में कैद हैं। दरअसल, हम बात कर रहे हैं शहर के बीचों-बीच इस साल होने वाली सरस्वती पूजा की थीम की। सिटी ऑफ जॉय हर पूजा में ज्वलंत मुद्दों को दर्शाते हुये पूजा पंडाल बनाती है और बंगाल में हाल ही में सबसे चर्चित विषय है शिक्षक नियुक्त‌ि घोटाला। लिहाजा इस बार शहर के बीचों-बीच सरस्वती पूजा की थीम शिक्षक नियुक्ति घोटाला रखी गई है।
पंडाल की थीम में क्या है खास?
इस अभिनव विषय को ‘बंगाल में शिक्षा बेचना’ कहा जाता है। कांकुड़गाछी रेलवे ब्रिज से सटे इस पूजा पंडाल में पार्थ चटर्जी के साथ ही अर्पिता मुखोपाध्याय की मूर्ति नजर आएगी और जैसा कि ईडी ने अपने तलाशी अभियान में 500 और 2000 रुपए के नोटों की गड्डी पायी थी वैसी ही गड्डी उनकी मूर्ति के सामने रखी हुई है। इस पंडाल में मां सरस्वती के हाथ में मौजूद तराजू पर रुपयें रखे गये हैं। एक ओर रुपयों को रखा गया है और दूसरी ओर किताबों को। इसके माध्यम से यह समझाने का प्रयास किया गया है कि इस राज्य में शिक्षा को बंदी बनाकर भविष्य को अक्षमताओं के हवाले कर दिया गया है। थीम के माध्यम से नौकरी प्रार्थियों के आंदोलन और उनकी मांगों पर भी प्रकाश डाला गया है।
सरस्वती पूजा के संस्थापक थे अभिजीत सरकार
यहां नौकरी प्रार्थियों का मॉडल बनाया गया है और विभिन्न मांगों के साथ संयुक्त तख्तियां दी गईं हैं। इस सरस्वती पूजा के संस्थापक अभिजीत सरकार थे। परिवार का आरोप है कि चुनाव के बाद की हिंसा में अभिजीत की मौत हो गयी। उनके द्वारा निर्मित श्री श्री सरस्वती और कालीमाता मंदिर परिषद इस पूजा का आयोजक है। अभिजीत के भाई विस्वजीत ने इस साल 17वें साल इस नॉवेल थीम का आयोजन किया। सरस्वती पूजा गुरुवार को है। इससे पहले अगले मंगलवार को पूजा का शुभारंभ होगा। इस पूजा पंडाल के उद्घाटन में धर्मतल्ला में प्रदर्शन कर रहे एसएससी अभ्यार्थ‌ियों को बुलाया गया है।