दादा कुशल गुरुदेव की 692 वें स्वर्गारोहण दिवस पर मेला आयोजित

जैसलमेर।कैलाश बिस्सा।नगर के समीप ब्रह्मसर दादावाड़ी तीर्थ में आचार्य जिन कांतिसूरि शिष्य, वसीमालाणी,रत्न शिरोमणि, ब्रह्मसर तीर्थोद्धारक,मरूधर रत्नाकर खरतरगच्छाचार्य जिन मनोज्ञ सूरीश्वर महाराज की प्रेरणा एवं दादा श्री जिन कुशल सूरि ट्रस्ट ब्रह्मसर के तत्वावधान में तृतीय दादा जिन कुशल गुरुदेव की 692 वें स्वर्गारोहण दिवस फाल्गुन वदि अमावस्या 27 फरवरी पर दो दिवसीय गुरु मेले का आगाज हुआ। प्रचार समिति के पवन कोठारी ने बताया कि आगमज्योति प्रवर्तिनी साध्वी सज्जन महाराज तथा संघरत्ना प्रवर्तिनी शशिप्रभा महाराज की सुशिष्या और साध्वी प्रियदर्शना महाराज की निश्रावर्ती साध्वी भगवंत श्रुतदर्शना महाराज, साध्वी जागृत दर्शना महाराज तथा साध्वी सुज्ञप्रज्ञा महाराज के सानिध्य एवं ट्रस्ट अध्यक्ष दानमल डूंगरवाल की अध्यक्षता में गुरू भक्ति के विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए।प्रातः पार्श्व पद्मावती धाम से दादावाड़ी तक सकल संघ की उपस्थिति में गाजे बाजे के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में साध्वी भगवंतों के सानिध्य में पुरुष राजस्थानी साफे एवं महिलाएं मस्तक पर मंगल कलश धारण किए चल रही थी। दादावाड़ी पहुंचने पर विविध महिला मंडलों द्वारा गहुली कर साध्वी भगवंतों की अगवानी की गई। गुरु भगवंतों की साक्षी में ट्रस्ट मंडल एवं उपस्थित गुरू भक्तों द्वारा जिनशासन का पचरंगी ध्वज फहराकर मेला आरंभ किया गया। उसके पश्चात गुरु गुणानुवाद सभा आयोजित की गई।प्रबंधक मंत्री ज्ञानीराम मालू ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया।धर्म सभा को संबोधित करते हुए साध्वी भगवंत ने कहा कि दादा गुरुदेव की प्रत्यक्ष दर्शन स्थली पर आज भी गुरुदेव प्रत्यक्ष विराजमान हैं।जो भक्त भी सच्चे हृदय से उनकी आराधना करते हैं उनकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है।प्रचार समिति के कपिल मालू ने बताया कि बहुमान का लाभ केसरीमल शंकरलाल धारीवाल चौहटन,प्रभुलाल शंकरलाल मालू परिवार रामसर,राजमल दुर्गादास मालू परिवार झिनझिनयाली, दीनदयाल अमृतलाल तातेड़ परिवार बरमसर, प्रकाशचंद बोथरा एवं छगनलाल छाजेड़ परिवार द्वारा लिया गया।चाय, नाश्ता एवं स्वामी वात्सल्य का लाभ देवीचंद कस्तूरचंद सिंघवी परिवार देवड़ा,नथमल मालू एवं अचलदास वडेरा परिवार झिनझिनयाली,ढेलीदेवी नेमीचंद पारख परिवार हरसाणी तथा रतनाबाई कन्हैयालाल गोलेच्छा परिवार फलौदी आदि ने लिया। दादा गुरुदेव की बड़ी पूजा का लाभ आचार्य जिन मनोज्ञ सूरीश्वर महाराज के सांसारिक परिवार देमीबाई प्रतापमल छाजेड़ एवं शांतिलाल छाजेड़ बालेबा हाल छत्तीसगढ़ की स्मृति में उनके परिवार द्वारा लिया गया।जय जिनेन्द्र का लाभ गजीदेवी जेठमल गोलेच्छा परिवार बालोतरा द्वारा लिया गया।आगामी वर्ष के चढ़ावे राणामल डूंगरवाल,पारसमल डूंगरवाल, नेमीचंद पारख, अमृतलाल श्री श्रीमाल, शंकरलाल श्री श्रीमाल,बाबुलाल सिंघवी, आनंद कुमार पारख, मांगीलाल बरडिया,बाबुलाल लूणिया, प्रकाशचंद मालू,बबजी परिवार फलौदी,दानमल डूंगरवाल देवड़ा एवं पार्श्व परिवार रामसर आदि परिवारों ने लिए।मंच संचालन मोतीलाल मालू रामसर ने किया।सायं विमलनाथ भगवान,दादा गुरुदेव एवं भैरव देव की आरती एवं संगीतकार कपिल मालू द्वारा रात्रि में गुरू भक्ति की गई जिसमें गुरु भक्तों ने झूमते हुए गुरुदेव के भजन प्रस्तुत किए। रात्रि में ट्रस्ट की वार्षिक साधारण सभा आयोजित की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नाकोड़ा ट्रस्ट के गणपत चौधरी का ट्रस्ट द्वारा बहुमान किया गया।संपूर्ण कार्यक्रम में ट्रस्टी बाबुलाल सियाणी,राणामल संखलेचा, स्वरूप बरडिया,पारसमल गोठी, मनसुख पारख,रमेश सराफ, मूलचंद कोठारी, भंवरलाल मालू,सोहन मंडोवरा, नेमीचंद छाजेड़,बाबुलाल टी बोथरा,मदन मालू, विजय सिंह जैन, लक्ष्मीचंद गांधी, पारसमल डूंगरवाल, अशोक धारीवाल, लालचंद मंडोवरा,छगनलाल घीया, रतनलाल वडेरा, कैलाश धारीवाल, स्वरूप संखलेचा,पारसमल धारीवाल, मांगीलाल मालू,कैलाश बागचार,कुशल बरडिया,ओमप्रकाश संखलेचा, व्यवस्थापक दिलीप पारख सहित जैन ट्रस्ट जैसलमेर प्रबंधक मंत्री सुभाष बाफना, सोहनलाल छाजेड़,महेंद्र भाई बाफना, बाबुलाल धारोई, रमेश मालू, प्रकाश पारख,पारसमल चवा, ओमप्रकाश मालू,पारसमल संखलेचा तथा भारत के कोने कोने से हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे।कार्यक्रम में बाड़मेर के कुशल दर्शन मित्र मंडल ब्रह्मसर ग्रुप,कुशल भक्ति मंडल, पार्श्व मंडल, जैसलमेर के जिन कुशल युवा मंडल, जिन कुशल,पार्श्व एवं पार्श्व भैरव महिला मंडल ने व्यवस्था में पूर्ण सहयोग दिया।