आर्किटेक्ट रिया बिस्सा का अमेरिका के प्रतिष्ठित इंटरनेशनल विजिटर लीडरशिप प्रोग्राम (IVLP) के लिए चयन

THE BIKANER NEWS.जैसलमेर। जैसलमेर के लिए यह गर्व की बात है कि जैसलमेर निवासी सुश्री रिया बिस्सा, पुत्री श्री महेंद्र कुमार बिस्सा और श्रीमती जयश्री बिस्सा, सुपुत्री स्वर्गीय मनोहर लाल बिस्सा एवं स्वर्गीय बी. एम. व्यास, का चयन अमेरिका के प्रतिष्ठित इंटरनेशनल विजिटर लीडरशिप प्रोग्राम (International Visitor Leadership Program IVLP) के लिए हुआ है। यह तीन सप्ताह का कार्यक्रम 4 नवंबर से शुरू होकर 22 नवंबर तक चलेगा, जो अमेरिका के विभिन्न शहरों में आयोजित किया जा रहा है। इसी हेतु रिया अमेरिका में उपरोक्त कार्यक्रम में भाग ले रही हैं। यह कार्यक्रम “Empowering Women Leaders in STEM in the Quad” पर केंद्रित है।
रिया का यह चयन अमेरिकी दूतावास द्वारा आयोजित प्रक्रिया के माध्यम से हुआ, जो उनकी उत्कृष्ट प्रतिभा और योगदान का प्रमाण है।रिया बिस्सा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जैसलमेर के सेंट पॉल्स स्कूल से पूरी की और अपनी सीनियर सेकेंडरी पढ़ाई केवी बीएसएफ डाबला, जैसलमेर से पूरी की। 2014 से 2019 तक उन्होंने जोधपुर के एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज से वास्तुकला (बी.आर्क) में स्नातक की डिग्री हासिल की। अपनी पढ़ाई के दौरान और उसके बाद भी उन्होंने वास्तुकला में नवाचार और स्थिरता पर ध्यान केंद्रित किया। जैसलमेर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और पर्यटन महत्व ने रिया को वास्तुकला के क्षेत्र को अपनाने के लिए प्रेरित किया।अपनी पढ़ाई के बाद, रिया ने राजस्थान में सतत विकास, आवासीय और आंतरिक परियोजनाओं पर कार्य किया, जिनमें सांस्कृतिक महत्व और स्थानीय परंपरा की झलक देखने को मिलती है। उनका झुकाव स्थिरता, विरासत संरक्षण, और सांस्कृतिक पुनर्जीवन जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त करने की ओर है।रिया ने विश्वप्रसिद्ध आर्किटेक्ट डायना केलॉग के साथ तीन वर्षों तक काम किया। डायना केलॉग, जो राजकुमारी रत्नावती गर्ल्स स्कूल प्रोजेक्ट के लिए जानी जाती हैं, के साथ यह अनुभव रिया के लिए बहुत ही प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक रहा।
वर्तमान में, रिया जैसलमेर में सक्रिय रूप से वास्तुकला के क्षेत्र में कार्य कर रही हैं और अपनी डिज़ाइन दृष्टि को सतत विकास और सांस्कृतिक अनुरूपता के साथ जोड़ने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।
रिया का चयन IVLP के लिए उन्हें दुनिया भर के शीर्ष पेशेवरों और उभरते नेताओं के साथ जुड़ने का अवसर प्रदान कर रहा है,जिसके माध्यम से वे न केवल जैसलमेर बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर और अपनी वास्तुकला की सोच को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत कर रही हैं। IVLP जैसे प्रतिष्ठित कार्यक्रम ने अब तक कई उल्लेखनीय नेताओं का स्वागत किया है, जिन्होंने अपने देशों में सकारात्मक बदलाव किए हैं।
रिया की यह उपलब्धि छोटे शहरों से आने वाले युवाओं को प्रेरित करती है कि वे अपने सपनों को पूरा करने और वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने की हिम्मत रखें।
रिया बिस्सा ने न केवल जैसलमेर बल्कि पूरे भारत की लड़कियों के लिए एक प्रेरणा और रोल मॉडल बनकर यह साबित किया है कि समर्पण और जुनून से हर सपना साकार किया जा सकता है। उनका यह सफर छोटे शहरों के युवाओं को दिखाता है कि मेहनत और लगन से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक पहचान बनाई जा सकती है।
जैसलमेर की बेटी रिया बिस्सा का यह चयन न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे राजस्थान और देश के लिए गर्व की बात है।