पैसा बहाते सेवादार, खून बहाते नशे में धुत्त ड्राइवर

एकतरफ सेवा समितियां पानी की तरह पैसा बहाती उदेश्य बस ! इतना कि पैदल यात्रियों की यात्रा सुखद और आरामदायक रहें तो दूसरी तरफ तेज़ स्पीड में नशे में धुत्त खून बहाते ड्राइवर जिन्हें रास्तें के पैदल यात्री भी दिखाई नहीं देते।
डूँगरगढ़ से 35 किलोमीटर दक्षिण में धनेरू गाँव आता है, ये बीकानेर सीमा रेखा का अंतिम गाँव है । यहाँ के मूल निवासी मुकेश जोशी S/O सांवर मल जोशी पिछले दस साल से अपने पारिवारिक शीशा भैरव पैदल यात्रा संघ से शीशा भैरव धाम ( कोलायत क्षेत्र) पहुँचते है।
मुकेश का ट्रेवलिंग एजेंसी काम है। संघ में इनके छोटे भाई संजय जोशी,बहन-बहनोई, घर की औरतें बाल-बच्चें सभी जाते है।
बीकानेर में प्रवेश कर लगभग सात-आठ किलोमीटर बच्छासर रोड पर आगे बढ़ते हैं तभी सामने से एक नशेडी गाड़ी बिज़ली की गति से भागती हुई आती है और इनके जीजा के पैरों के ऊपर से निकल जाती है।रविवार 24/9/23 को एक पिकअप वाला रफ़्तार में आता है और पैदलयात्री राधेश्याम जोशी s/o मघाराम जोशी ( नापासर) के टक्कर मार कर स्पीड में निकल जाता है। रफ़्तार इतनी तेज़ थी कि कोई गाड़ी नंबर भी नोट नहीं कर पाया।
आपको बता देवें कि….
राधेश्याम जोशी शीशा भैरव पैदल यात्रा संघ ( धनेरू) के मुकेश जोशी के सगे बहनोई है। अंधेरी रात में सूनसान जंगल में लहू-लुहान पैर लेकर ये सज्जन अपने संघ की गाड़ी में PBM पहुँचते है। Operation होता है, लोहे की छड़ पैरों में डाली जाती है पक्का पटा बंधता है।
ये सेवा दी है नशेडी ड्राइवर ने एक पैदल यात्री को ।
इस विषय पर प्रशासन चेते।
बच्छासर से सीधे हांडला जो डबल रोड बनी है तब से यहाँ पर चलने वाले फोरव्हीलरों ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी है साथ ही ये लोग नशे में धुत्त रहते है।
जहाँ सेवा समितियां पैदल यात्रियों की सेवा हेतु पानी की तरह पैसा बहाती है वहीं ये रफ़्तार पकड़ती नशे में धुत्त गाड़ियां ख़ून बहाती है।
• सरकार और प्रशासन ग़ौर करें ..
• एक सप्ताह में ये तीसरी दुर्घटना है इससे पहले एक गडरिये की पाँच भेड़ो को भी एक पिकअप वाला मौत के घाट उतार चुका है।
• प्रशासनिक अधिकारी मेलों पर विशेष ग़ौर करें ये भी आम-जन की सेवा करना ही होगा।
(Ranga Rajasthani Rahul)