google.com, pub-1586814154292719, DIRECT, f08c47fec0942fa0
बीकानेरशिक्षा

सुसाइड मामलों पर शिक्षा मंत्री ने सुनाया बचपन का किस्सा:कहा- बच्चों को मोटिवेट करें

THE BIKANER NEWS:-शिक्षा मंत्री बीड़ी कल्ला ने कोटा में बढ़ते स्टूडेंट सुसाइड को लेकर कहा है कि मैं स्टूडेंट से कहना चाहता हूं। आत्महत्या सोचने का पाप लगता है। करना तो महापाप है। इसलिए उनकी काउंसिलिंग होनी चाहिए। अब कोटा में ऑक्सीजोन पार्क व रिवर फ्रंट बना है। यहां पर महीने में कम से कम एक बार भी अगर कोई स्टूडेंट घूम लेगा तो उसका डिप्रेशन कम होगा। उसको सिटी पार्क में अच्छी ऑक्सीजन मिलेगी। साथ ही उन्होंने कहा जो गाइडलाइन का पालन नहीं करेंगे। उनके खिलाफ सरकार कार्रवाई करेगी। बीड़ी कल्ला कोटा एयरपोर्ट पर मीडिया से बात कर रहे थे।

अपने बचपन का दिया उदाहरण

बीड़ी कल्ला ने खुद का उदाहरण देते हुए कहा मुझे याद है, मैं और मेरा भाई दोनों पढ़ते थे। उस वक्त में 5 वीं में था। छोटा भाई तीसरी कक्षा में था। मैं क्लास में फर्स्ट आया, मेरा भाई फेल हो गया था। हमारे पिताजी ने फेल होने वाले भाई के लिए रबड़ी मंगाई। तो मैंने मां से कहा मैं फर्स्ट आया हूं मेरे लिए रबड़ी नहीं मंगाई, तो मां ने कहा कि उसके नाम से रबड़ी आई है तुझे भी मिलेगी।

कहने का मतलब यह है पिताजी उसको डांटते तो छोटा भाई डिप्रेशन में आ जाता। इसमें पेरेंट्स की भी जिम्मेदारी बनती है। आईक्यू टेस्ट लेकर बच्चों को भेजना चाहिए। पैरेंट्स चाहते हैं कि उनका बच्चा डॉक्टर बने इंजीनियर बने। जबकि उसकी कैपेसिटी है ही नहीं। बच्चों की रुचि देखनी चाहिए।

Back to top button