
THE BIKANER NEWS:-बीकानेर 6 दिसम्बर 2024
हिन्दी एवं राजस्थानी के देश के ख्यातनाम वरिष्ठ बाल साहित्यकार कीर्तिशेष इन्द्रजीत कौशिक के असामयिक निधन पर विभिन्न संस्थाओं द्वारा उन्हें नमन एवं स्मरण करते हुए अपनी शब्दांजलि अर्पित की। श्री जुबिली नागरी भण्डार पाठक मंच के वरिष्ठ साहित्यानुरागी नंदकिशोर सोलंकी ने उन्हें स्मरण करते हुए कहा कि इन्द्रजीत कौशिक गंभीर अध्ययनशील एवं पाठक थे। प्रज्ञालय संस्थान के राजेश रंगा ने उन्हें नमन करते हुए कहा कि उनका बाल साहित्य असल में बालकांे के लिए ही था। उनका न रहना बाल साहित्य जगत की बड़ी क्षति है।
राजस्थानी युवा लेखक संघ के प्रदेशाध्यक्ष कमल रंगा ने उन्हें नमन करते हुए कहा कि उन्होंने हिन्दी और राजस्थानी दोनों भाषाओं के माध्यम से उच्च स्तर का बाल साहित्य सृजन कर प्रदेश ही नहीं देश में अपनी एक अलग पहचान बनाई वे समर्पित बाल साहित्यकार थे। इसी क्रम में ज्ञानोदय सभा के युवा कवि गिरिराज पारीक ने उन्हें कलम का सच्चा सिपाही बताते हुए अपनी भावनात्मक श्रद्धा व्यक्त की।
रचाव संस्था के युवा साहित्यकार पुनीत कुमार रंगा ने कहा कि उनका न रहना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है, रंगा ने उनसे जुड़े निजी प्रसंग साझा किए। करुणा क्लब के हरिनारायण आचार्य ने कहा कि इन्द्रजीत कौशिक प्रदेश और देश की सभी प्रतिष्ठित बाल पत्रिकाओं के ख्याति प्राप्त रचनाकार थे। उनका न रहना बड़ी क्षति है। सामाजिक संस्था राजरंगा बगेची ट्रस्ट के भैरूरतन रंगा, इन्द्रजीत रंगा एवं जीवणलाल रंगा ने उन्हें वरिष्ठ बाल साहित्यकार बताते हुए अपनी शब्दांजलि अर्पित की। इसी क्रम में श्री जुबिली नागरी भण्डार पाठक मंच के बुनियाद हुसैन जहीन, शेख लियाकत अली, जाकिर अदीब, गंगा बिशन बिश्नोई, गोपाल गौतम, छंगनसिंह सहित अन्य सदस्यों ने अपनी शब्दांजलि देते हुए उनके निधन को अपुरणीय क्षति बताया।