श्याम मंदिर में हुआ भव्य पुष्प श्रृंगार और फलाहारी भोग- पापांकुशा एकादशी पर
सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें बाबा के दर्शन हेतु मंदिर परिसर में लगी रही। भक्तजन अपने हाथों में मोर पंख, इत्र की सीसी और गुलाब के पुष्प लेकर आए और उन्हें बाबा के चरणों में अर्पित किया। वातावरण भजनों और श्याम नाम के जयकारों से गूंजता रहा।
मंदिर में व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी विभिन्न पदाधिकारियों और सदस्यों ने निभाई। मंदिर समिति के अध्यक्ष के. के. शर्मा, ब्रजमोहन जिंदल, श्यामा प्रसाद सेवदा और कुलदीप चौधरी ने संपूर्ण प्रबंधन का संचालन किया। वहीं श्रृंगार की विशेष सेवा चेतन शर्मा और किशन शर्मा द्वारा की गई, जिन्होंने भव्य फूलों से बाबा का दरबार सजाकर भक्तों का मन मोह लिया।
इसके अलावा मंदिर के अन्य सेवादारों में संजय, बलविंदर चुग, राधे, रामभरोसे पारीक, हिमांशु, अनिल जी, दीपक आदि ने भी सहयोग प्रदान किया। उनके प्रयास से प्रसाद वितरण और दर्शन व्यवस्था सहजता से संपन्न हुई।
इस अवसर पर बाबा को फलाहारी भोग अर्पित किया गया, जिसमें मौसमी फल, मेवे, मखाने, दूध से बने पकवान, पंचामृत व सूखे मिष्ठान्न शामिल रहे। भोग अर्पण के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद स्वरूप फलाहार, मखाने की खीर व शरबत वितरित किया गया।
श्रद्धालुओं ने कहा कि पापांकुशा एकादशी पर श्याम बाबा के दरबार का यह अलौकिक श्रृंगार, फलाहारी भोग और भक्ति का वातावरण मन को शांति और ऊर्जा प्रदान करता है।