Bikaner : पीबीएम अस्पताल में डिजिटलीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम , मिलेगी डिजिटल सुविधाएँ
अस्पताल की कार्यप्रणाली को डिजिटल बनाने पर जोर दिया गया है। एसीपी पंकज छींपा ने इस कार्य में प्रबंधन इंटर्न्स दानिश खान और रुतुराज गंगवाल को शामिल किया। पीएमआर विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. पुनीत नौवल और सीनियर रेजिडेंट डॉ. हिमांशी पंवार ने इस मॉड्यूल को लागू करने में योगदान दिया।
Jul 21, 2025, 10:45 IST
Bikaner News: पीबीएम अस्पताल में डिजिटलीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुरेन्द्र कुमार वर्मा के नेतृत्व में फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन (पीएमआर) विभाग में डॉक्टर डेस्क मॉड्यूल को लागू किया गया है।
इस पहल में प्रबंधन प्रशिक्षुओं को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने के साथ अस्पताल की कार्यप्रणाली को डिजिटल बनाने पर जोर दिया गया है। एसीपी पंकज छींपा ने इस कार्य में प्रबंधन इंटर्न्स दानिश खान और रुतुराज गंगवाल को शामिल किया। पीएमआर विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. पुनीत नौवल और सीनियर रेजिडेंट डॉ. हिमांशी पंवार ने इस मॉड्यूल को लागू करने में योगदान दिया।
डॉक्टर डेस्क मॉड्यूल की विशेषताएं
डॉक्टर डेस्क मॉड्यूल के तहत डॉक्टर अब मरीजों की शिकायत, निदान, दवाइयां, जांच और परामर्श को सीधे सिस्टम में दर्ज कर सकते हैं। इससे ई-प्रिस्क्रिप्शन तैयार होता है और मरीजों का इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड (ईएचआर) डिजिटल रूप से सुरक्षित रहता है। इस प्रणाली से अस्पताल की कार्यप्रणाली अधिक पारदर्शी, तेज और व्यवस्थित हो रही है।
इसके प्रारंभिक परिणाम उत्साहजनक हैं। पायलट प्रोजेक्ट के तहत ज्यादातर प्रिस्क्रिप्शन अब ई-फॉर्मेट में तैयार किए जा रहे हैं और प्रारंभिक परिणाम काफी सकारात्मक रहे हैं। हालांकि, फार्मेसी और जांच विभागों का इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम (आईएचएमएस) से एकीकरण अभी प्रगति पर है, फिर भी यह पहल डिजिटल हेल्थकेयर की दिशा में एक मजबूत कदम है।
प्रबंधन प्रशिक्षुओं के लिए अवसर
परियोजना अस्पताल को डिजिटल रूप से सशक्त बना रही है, साथ ही प्रबंधन के विद्यार्थियों को स्वास्थ्य प्रणाली की वास्तविक चुनौतियों और उनके समाधान का व्यावहारिक अनुभव भी प्रदान कर रही है। यह पहल भविष्य में अन्य विभागों में भी डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।