Breaking:-रूस-यूक्रेन युद्ध की भेंट चढ़ा बीकानेर का लाल,धोखे से युद्ध के मैदान में उतारा रूस ने, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
धोखे से युद्ध के मैदान में उतारा
परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि अजय गोदारा 'स्टडी वीजा' पर पढ़ाई करने के लिए रूस गए थे। वहां उन्हें एजेंटों द्वारा किचन में काम देने और अच्छे पैसों का लालच दिया गया। लेकिन वहां पहुंचने पर उनके साथ धोखा हुआ और उन्हें जबरन रूस-यूक्रेन युद्ध के मोर्चे पर लड़ने के लिए भेज दिया गया।
वायरल हुआ था वर्दी में वीडियो
कुछ महीने पहले अजय गोदारा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था, जिसमें वे रूसी सेना की वर्दी में नजर आ रहे थे। उस वीडियो में अजय ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा था कि उन्हें धोखे से यहां फंसाया गया है। उन्होंने भारत सरकार से गुहार लगाई थी कि किसी तरह उन्हें वापस देश बुलाया जाए। परिजनों ने भी सरकार से लगातार अजय की वतन वापसी की मांग की थी।
गमगीन माहौल में हुई अंत्येष्टि
आज जब अजय का शव गांव पहुंचा, तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों और परिवारजनों ने नम आंखों से अजय गोदारा की अंत्येष्टि की। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने 'अजय गोदारा अमर रहे' के नारे लगाकर उन्हें अंतिम विदाई दी।
बीकानेर जिले के लूणकरनसर क्षेत्र के गांव अर्जनसर में आज उस वक्त मातम पसर गया, जब रूस से अजय गोदारा का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा। अजय गोदारा, जो सुनहरे भविष्य का सपना लेकर विदेश (रशिया) गए थे, वहां चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध का शिकार हो गए।
धोखे से युद्ध के मैदान में उतारा
परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि अजय गोदारा 'स्टडी वीजा' पर पढ़ाई करने के लिए रूस गए थे। वहां उन्हें एजेंटों द्वारा किचन में काम देने और अच्छे पैसों का लालच दिया गया। लेकिन वहां पहुंचने पर उनके साथ धोखा हुआ और उन्हें जबरन रूस-यूक्रेन युद्ध के मोर्चे पर लड़ने के लिए भेज दिया गया।
वायरल हुआ था वर्दी में वीडियो
कुछ महीने पहले अजय गोदारा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था, जिसमें वे रूसी सेना की वर्दी में नजर आ रहे थे। उस वीडियो में अजय ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा था कि उन्हें धोखे से यहां फंसाया गया है। उन्होंने भारत सरकार से गुहार लगाई थी कि किसी तरह उन्हें वापस देश बुलाया जाए। परिजनों ने भी सरकार से लगातार अजय की वतन वापसी की मांग की थी।
गमगीन माहौल में हुई अंत्येष्टि
आज जब अजय का शव गांव पहुंचा, तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों और परिवारजनों ने नम आंखों से अजय गोदारा की अंत्येष्टि की। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने 'अजय गोदारा अमर रहे' के नारे लगाकर उन्हें अंतिम विदाई दी।