करुणा इंटरनेशनल द्वारा विश्व पृथ्वी दिवस पर विभिन्न शालाओं में कार्यक्रम आयोजित, चाईनीज मांझे को न अपनाने की ली शपथ
आज का प्रथम कार्यक्रम नत्थूसर गेट बाहर स्थित नालन्दा पब्लिक सी. सै स्कूल के प्रांगण में हुआ। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए करुणा इंटरनेशनल के सचिव राजेश रंगा ने पृथ्वी दिवस की महत्ता बताते हुए कहा कि इस वर्ष का पृथ्वी दिवस का मोटो वाक्य ‘‘हमारी धरती हमारी शक्ति है।’’ अतः हम सबको मिलकर हमारी पृथ्वी पर जो पर्यावरणीय परिवर्तन आ रहे है, पारिस्थितिक तंत्र बिगड़ रहा है उसे रोकने के लिए साझा प्रयास करना होगा। साथ ही उन्होने चाईनीज मांझे से होने वाले नुकसान के बारे में भी बच्चों को बताया।
करुणा क्लब के शिक्षाधिकारी घनश्याम साध ने चाईनीज मांझे से होने वाले विभिन्न नुकसानों को अनेक पोस्टरों के माध्यम से बच्चों को समझाया।
कार्यक्रम के अंत में समस्त अध्यापक एवं बच्चों ने चाईनीज मांझे को नहीं अपनाने की शपथ ली।
एक अन्य कार्यक्रम मुरलीधर व्यास कॉलोनी स्थित एंजैल इंग्लिश सै. स्कूल मंे आयोजित हुआ। शाला प्राचार्य महेश व्यास ने गर्मी से बचाव के विभिन्न उपाय बताते हुए बच्चों से इस भीषण गर्मी में मूक पक्षियों के लिए अपने घरों में परिंडे लगाने का आग्रह किया।
इस अवसर पर आनन्द व्यास एवं करुणा क्लब प्रभारी रामचन्द्र कुमावत एवं अन्य अध्यापक/अध्यापिकाआंे ने अपने विचार रखें। कार्यक्रम के अंत मंे सभी बच्चों ने चाईनीज मांझे को न अपनाने का संकल्प लिया।
एक और कार्यक्रम जनता प्याऊ स्थित विक्टोरियस सी.सै. स्कूल मंे आयोजित हुआ। करूणा इंटरनेशनल के शिक्षाधिकारी घनश्याम साध ने चाईनीज मांझे का यदि कोई उपयोग कर रहा हैं या कोई व्यापारी चाईनीज मांझे को बेच रहा है तो उसकी सूचना आप करुणा इंटरनेशनल कार्यालय में दे सकते है या जिला प्रशासन को सीधे भी बता सकते है। चाईनीज मांझा न केवल पक्षियों के लिए बल्कि मानव के लिए भी हानिकारक हैं। चाईनीज मांझे में धातु के कण मिले होते है जिसके कारण पतंग उडाने वाले के भी करंट आने की संभावना रहती है। अतः यह बहुत घातक है इसलिए हमें इसका बहिष्कार करना चाहिए। करुणा इंटरनेशनल के उपाध्यक्ष मनोज व्यास ने पृथ्वी दिवस का महत्व बताते हुए पॉलिथीन के बहिष्कार की बात कही। साथ ही बच्चों को नशे से दूर रहने की बात कही। कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों एवं उपस्थित सभी अध्यापक/अध्यापिकाओं चाईनीज मांझे को न अपनाने की शपथ ली। इस अवसर पर विनोद किराडू आदि ने भी अपने विचार रखे।