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बीकानेर में कभी भी गिर सकते है ये 40 मकान! निगम ने बैनर लगाकर जारी की चेतावनी 

बीकानेर में 40 मकानों को चिन्हित किया गया है। ये फेंसला आमजन को सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिए गया है।  इसमें से 9 मकानों को ध्वस्त कर दिया गया है जबकि 31 के लिए चेतावनी जारी कि गई है। 
 

Bikaner News; बारिश का मौसम चल रहा है।  ऐसे में प्रशासन हर वो कोशिश कर रहा है जो बीकानेर वासियों के लिए उठाये जा सकते है , क्योंकि बीकानेर शहर में चालीस से ज्यादा मकान गिरने की स्थिति में थे, बता दे कि बीकानेर में 40 मकानों को चिन्हित किया गया है। ये फेंसला आमजन को सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिए गया है।  इसमें से 9 मकानों को ध्वस्त कर दिया गया है जबकि 31 के लिए चेतावनी जारी कि गई है। 


ध्वस्त करने में आ रही कई दिक्क्तें 

बता दे कि इनमे कुछ मकानों को गिराने में काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है।  चाहते हुए भी इनमें से अधिकांश मकानों को गिरा नहीं पा रहा है। किसी मकान पर कोर्ट केस चल रहा है तो किसी मकान के मालिक से ही संपर्क नहीं हो पा रहा। थक-हार कर निगम ने इन मकानों पर एक बैनर लटका दिया है। जिस पर लिखा है कि

इन क्षेत्रों में है सबसे ज्यादा जर्जर मकान

बीकानेर के मोहता चौक में जर्जर मकान है। एक पुरानी पिरोल के अंदर बने मकान और दुकान कभी भी ध्वस्त हो सकते हैं।

 वहीं आचार्यों के चौक में भी कुछ मकान गिरने की स्थिति में है। 

भाजपा नेता के घर के पास ही एक गली में ध्वस्त मकान गिरने की स्थिति में है। 
इसके अलावा बैदों के चौक से मावा पट्‌टी की ओर जाने वाले रास्ते पर घर कभी भी हादसे का कारण बन सकते हैं।

 रत्ताणी व्यासों के चौक में एक मकान की दीवार कुछ दिन पहले गिरी थी, इसके पास भी एक घर में दरारें साफ नजर आ रही है।


इसी तरह तेलीवाड़ा में स्थित सरकारी स्कूल परिसर भी जर्जर है।

खाजूवाला पंकज गढ़वाल के निर्देशन में बरसाती मौसम को देखते हुए वार्डों में पहुंच कर जर्जर मकानों को चिन्हित किया गया है।

 वार्ड नं. 20, 22 तथा 16 से पांच परिवारों को जर्जर भवनों से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया

 वहीं वार्ड नं. 16 में पूरी तरह से जर्जर हो चुके भवन को जेसीबी से गिराया गया।