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Railway के 1 मई से लागू होगा नया नियम, अब AC और स्लीपर कोच में नहीं कर पाएंगे यात्रा!

जाने ऐसा क्यों?

 

Railway Rule Change 1 May: अगर आप ट्रेन से अक्सर यात्रा करते हैं तो यह खबर आपके लिए है। भारतीय रेलवे 1 मई से टिकट नियमों को सख्त करने जा रहा है। अब वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को स्लीपर या एसी कोच में यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी। यदि किसी यात्री के पास वेटिंग टिकट है तो वह केवल जनरल कोच में ही यात्रा कर सकता है।

एक मई से इस नियम के सख्ती से लागू होने के बाद यात्रियों के स्लीपर और एसी कोच में वेटिंग टिकट पर यात्रा करने पर रोक लग जाएगी। यदि किसी यात्री के पास स्लीपर या एसी कोच में वेटिंग टिकट पाया जाता है तो टीटीई उस पर जुर्माना लगा सकता है या उसे जनरल कोच में भेज सकता है। 

आमतौर पर वेटिंग टिकट वाले यात्री स्लीपर और एसी कोच में घुस जाते हैं और कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को अपनी सीट पर बैठने के लिए मजबूर करते हैं, जिससे अन्य यात्रियों को असुविधा होती है। इसके अलावा, जब स्लीपर और एसी कोचों में वेटिंग टिकट वाले यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है, तो यात्रियों की आवाजाही प्रतिबंधित हो जाती है, जिससे न केवल यात्रियों को असुविधा होती है, बल्कि उनकी यात्रा भी काफी कठिन हो जाती है।

यदि कोई व्यक्ति वेटिंग टिकट के साथ स्लीपर कोच में यात्रा करते हुए पकड़ा जाता है तो उस पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके अलावा यात्रा का पूरा किराया लिया जाएगा। हालाँकि, दूरी के आधार पर अतिरिक्त शुल्क भी देना पड़ सकता है। यदि कोई यात्री वेटिंग टिकट के साथ थर्ड एसी या सेकंड एसी कोच में यात्रा करता है तो उसे और भी अधिक जुर्माना देना होगा। यात्रा किराये के अतिरिक्त 500 रुपये देने होंगे। 

इसके अलावा, TTE को ये अधिकार भी होगा की वो यात्री को जनरल कोच में भेज सकता है या फिर आने अगले आने वाले स्टेशन पर ट्रैन से उत्तर भी सकता है। अगर यात्री प्रथम श्रेणी में सफर करता पकड़ा गया, तो उसपर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। 

भारतीय रेलवे के नियमों के मुताबिक, अगर यात्री बिना टिकट के सफर कर रहा है तो उससे अधिकतम 1000 रुपये का जुर्माना या 5 महीने की सजा या फिर दोनों हो सकती है।