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Credit Score : क्रेडिट स्कोर कम से परेशान है तो अपनाए यह तरीका, पहुंच जाएंगा टाप पर 

एफडी की रकम के 80% तक क्रेडिट लिमिट मिलती है। कई बैंक जीरो एनुअल फीस (लाइफटाइम फ्री) या बहुत कम फीस पर कार्ड देते हैं। अमूमन एफडी क्रेडिट कार्ड के लिए किसी बचत खाते की जरूरत नहीं होती।

 

Credit Score : जिन लोगों की क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी नहीं है या नियमित आय नहीं है, उन्हें क्रेडिट कार्ड मिलना मुश्किल होता है। ऐसे में कई बैंक या वित्तीय संस्थान फिक्स्ड डिपॉजिट के अगेस्ट क्रेडिट कार्ड देते हैं। ये न केवल आसानी से मिल जाते हैं बल्कि इनके साथ आम क्रेडिट कार्ड जैसे कई बेनिफिट भी मिलते हैं।

एफडी से जुड़े क्रेडिट कार्ड की मुख्य विशेषताएं

एफडी की रकम के 80% तक क्रेडिट लिमिट मिलती है। कई बैंक जीरो एनुअल फीस (लाइफटाइम फ्री) या बहुत कम फीस पर कार्ड देते हैं। अमूमन एफडी क्रेडिट कार्ड के लिए किसी बचत खाते की जरूरत नहीं होती।


आम क्रेडिट कार्ड की तुलना में कम ब्याज दरें लागू होती हैं।

बैंक या वित्तीय संस्थान में जमा एफडी पर निर्धारित ब्याज मिलता रहता है। भुगतान में चूक पर बैंक बकाया राशि क्सूलने के लिए लिंक की गई एफडी भुना सकता है।

ईएलएसएस में निवेश से टैक्स बेनिफिट भी

इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ईएलएसएस) म्यूचुअल फंड स्कीम है जो इक्विटी (शेयरों) से संबंधित इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करती है। इसके तहत किए गए निवेश आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80सी के तहत आपकी कर योग्य आय से 1.5 लाख तक की कटौती के लिए पात्र हैं।

यदि आप 1 अप्रैल 2025 को ईएलएसएस फंड में 10,000 रुपए प्रति माह का एसआईपी शुरू करते हैं, तो आप धारा 80सी के तहत पूरे वर्ष के लिए 1.2 लाख की कटौती का दावा कर सकते हैं। यानी एक वर्ष में लगभग 46,800 रुपए की टैक्स सेविंग कर सकते हैं। 3 साल लॉक-इन पीरियड होता है।

ईएलएसएस में कौन निवेश कर सकता है

इसे बेहतर रिटर्न पाने के उद्देश्य से लंबी अवधि के निवेश के लिए सलाह दी जाती है। वे निवेशक जो पारंपरिक टैक्स-सेविंग निवेश से बेहतर रिटर्न चाहते हैं, इसमें निवेश कर सकते हैं।