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Expensive Wood: यह है दुनिया की सबसे महंगी लकड़ी, एक किलो लकड़ी की कीमत 8 लाख 55 हजार रूपये, लकड़ी को तैयार होने में लगते हैं 60 साल

इस पेड़ का नाम अफ्रीकी ब्लैकवुड (डालबर्गिया मेलानोक्षाइलॉन) है। इसकी 1 किलो लकड़ी की कीमत 10 हजार डॉलर है। भारतीय रुपए के हिसाब से 8,55,587 रुपए। अफ्रीकी ब्लैकवुड बहुत ही दुर्लभ प्रजाति का पेड़ है, जो बेहद धीरे-धीरे बढ़ता है। पेड़ को पूरी तरह से बढ़ाने के लिए लगभग 40 से 60 साल लग जाते हैं।
 

Expensive Wood in World : पृथ्वी पर हजारों एकड़ों में जंगल फैले हुए हैं। इनमें कई दुर्लभ प्रजाति के पेड़ पौधे पाए जाते हैं, लेकिन उनमें से भी कुछ ऐसे होते हैं, जिनकी डिमांड काफी ज्यादा है। क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक ऐसा पेड़ है, जिसकी 1 किलो लकड़ी की कीमत लाखों रुपए है। अगर आपको नहीं पता वह कौन सी लकड़ी है तो हम आपको बताते है।

धीरे-धीरे बढ़ता है यह पेड़

इस पेड़ का नाम अफ्रीकी ब्लैकवुड (डालबर्गिया मेलानोक्षाइलॉन) है। इसकी 1 किलो लकड़ी की कीमत 10 हजार डॉलर है। भारतीय रुपए के हिसाब से 8,55,587 रुपए। अफ्रीकी ब्लैकवुड बहुत ही दुर्लभ प्रजाति का पेड़ है, जो बेहद धीरे-धीरे बढ़ता है। पेड़ को पूरी तरह से बढ़ाने के लिए लगभग 40 से 60 साल लग जाते हैं।

लग्जरी सामान बनाने में इस्तेमाल

मार्केट में अफ्रीकी ब्लैकवुड है। इसका की डिमांड बेहद ज्यादा है। इस्तेमाल मुख्य रूप से प्रीमियम वुडविंड इंस्ट्रूमेंट बनाने के लिए किया जाता है, जैसे क्लेरिनेट और ओबो। इस पेड़ की लकड़ी का इस्तेमाल लग्जरी वस्तुएं और फर्नीचर बनाने के लिए भी होता है। पेड़ की कटाई इतनी ज्यादा हो गई है कि अब यह लगभग गायब होने लगे हैं। यही कारण है कि अब इसकी कीमत भी और ज्यादा बढ़ गई है।

इस खुशबूदार पेड़ की भी है खूब डिमांड

अफ्रीकी ब्लैकवुड की तरह ही एक और कीमती लकड़ी है, जिसका नाम है अगरवुढ (एक्वाइलेरिया)। यह बहुत ही मूल्यवान पेड़ है। यह अपनी सुगंधित रेजिन के लिए मशहूर है। इस लकड़ी का उपयोग धूप और इत्र बनाने बनाने में किया जाता है। वही एबोनी भी एक पेड़ है, जिसकी लकड़ी बेहद कीमती है। इसका उपयोग म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट और सजावटी वस्तुओं को बनाने के लिए किया जाता है।