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Swiss Watches: खरीदारी का समय, 1 अक्टूबर से स्विस ब्रांड्स जैसे घड़ियाँ और चॉकलेट होंगे सस्ते

 

Swiss Watches: भारत के आर्थिक परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव आने वाला है! यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के साथ भारत का बहुप्रतीक्षित व्यापार और आर्थिक साझेदारी समझौता (टीईपीए) आधिकारिक तौर पर 1 अक्टूबर, 2025 से लागू होगा। इस ऐतिहासिक सौदे से न केवल देश में 10 लाख प्रत्यक्ष रोजगार पैदा होने की उम्मीद है, बल्कि कई उपभोक्ता सामान किफायती भी होंगे।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ईएफटीए देशों ने भारत में 100 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है जो रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।Swiss Watches

 


कौन से देश ई. एफ. टी. ए. के सदस्य हैं?

ई. एफ. टी. ए. में यूरोप के चार देश शामिल हैंः

आइसलैंड

लिकटेंस्टीन

नॉर्वे

स्विट्जरलैंड

इस समझौते पर 10 मार्च, 2024 को हस्ताक्षर किए गए थे और इससे भारी विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) आने और कई क्षेत्रों में व्यापार और आर्थिक सहयोग को गहरा करने की उम्मीद है।Swiss Watches

 


10 लाख नौकरियां और बड़ा निवेश

गोयल ने कहा कि इस समझौते से पहले 10 वर्षों में 50 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आएगा और अगले पांच वर्षों में अतिरिक्त 50 अरब डॉलर का निवेश होगा। 00 बिलियन के इस कुल निवेश से भारत में 10 लाख प्रत्यक्ष रोजगार पैदा होंगे।

व्यापार, निवेश और व्यावसायिक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए एक समर्पित भारत-ईएफटीए डेस्क भी शुरू किया गया है। गोयल ने कहा कि यह डेस्क सरकारी और निजी कंपनियों दोनों के लिए "एकल-खिड़की मंच" के रूप में काम करेगा, जिससे व्यापार करना आसान हो जाएगा।



भारतीय निर्यातकों को मिलेगा प्रीमियम यूरोपीय बाजार, चीजें होंगी सस्ती

टीईपीए भारत के सबसे व्यापक व्यापार समझौतों में से एक है। इससे भारतीय निर्यातकों के लिए प्रीमियम यूरोपीय बाजारों के साथ-साथ पूंजी, नवाचार और रोजगार के अवसर खुलने की उम्मीद है। समझौते के तहत, ईएफटीए अपनी 92.2 प्रतिशत टैरिफ लाइनों की पेशकश कर रहा है जो इस क्षेत्र में भारत के निर्यात का 99.6 प्रतिशत कवर करता है। ईएफटीए के बाजार पहुंच प्रस्ताव में 100 प्रतिशत गैर-कृषि उत्पादों और प्रसंस्कृत कृषि उत्पादों (पीएपी) पर टैरिफ रियायतें शामिल हैं। भारत अपनी 82.7 प्रतिशत टैरिफ लाइनों की भी पेशकश कर रहा है, जो ईएफटीए निर्यात के 95.3 प्रतिशत को कवर करता है, जिसमें से 80 प्रतिशत से अधिक आयात सोना है।Swiss Watches

 


क्या होगा सस्ता?

इस समझौते से घरेलू ग्राहकों को घड़ियां, चॉकलेट और बिस्कुट जैसे उच्च गुणवत्ता वाले स्विस उत्पाद कम कीमतों पर उपलब्ध होंगे। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि भारत व्यापार समझौते के तहत 10 वर्षों में इन वस्तुओं पर सीमा शुल्क हटा देगा।

हालांकि, सोने पर प्रभावी शुल्क अपरिवर्तित रहेगा। ये प्रस्ताव फार्मा, चिकित्सा उपकरणों और प्रसंस्कृत खाद्य आदि जैसे क्षेत्रों में पीएलआई (उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन) से संबंधित संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं। डेयरी, सोया, कोयला और संवेदनशील कृषि उत्पादों जैसे क्षेत्रों को बहिष्करण सूची में रखा गया है यानी इन पर शुल्क रियायतें लागू नहीं होंगी।Swiss Watches

यह समझौता भारत की "मेक इन इंडिया" पहल को बढ़ावा देने और वैश्विक व्यापार में देश की स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगा।