Rajasthan News : राजस्थान में बिना टिकट यात्री मिला तो चीफ़ मैनेजर होगा चार्जशीट, आदेश जारी
Railways News : राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम प्रशासन ने बेटिकट यात्रियों की संया को नियंत्रित करने के लिए एक आदेश जारी किया है। इस आदेश के तहत जब भी कोई यात्री बिना टिकट यात्रा करता है तो उसके लिए सिर्फ कंडक्टर ही नहीं, बल्कि डिपो चीफ मैनेजर और अन्य उच्चाधिकारी भी दोषी माने जाएंगे। इस आदेश के आदेश अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
अधिकारियों को मिलेगी चार्जशीट
नए आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि यदि किसी क्षेत्र में लगातार बिना टिकट यात्रियों को पकड़ा जाता है,तो वहां के चीफ मैनेजर और अन्य संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। सभी जिमेदार अधिकारियों को चार्जशीट जारी की जाएगी।
विदित है कि हाल ही में नागौर और बाड़मेर जिलों में हुई चेकिंग में 25 बेटिकट यात्रियों को पकड़ा गया था,जिसके परिणामस्वरूप रोडवेज के प्रबंध निदेशक ने वहां के चीफ मैनेजर को जिमेदार ठहराते हुए चार्जशीट जारी की।
अधिकारी रहें फील्ड में सक्रिय
अधिकारियों को फील्ड में अधिक सक्रिय रहने की सलाह दी गई है। यह सिर्फ परिचालकों की लापरवाही पर रोक नहीं लगाने के लिए किया गया, बल्कि काम में पारदर्शिता और कार्य प्रणाली में सुधार लाने का भी प्रयास है। इससे न केवल टिकट चोरी की घटनाओं में कमी आएगी, बल्कि यात्रियों को बेहतर सेवाएं भी मिलेंगी।
टिकट देने में आनाकानी करे तो हमें बताए
रोडवेज प्रबंधन ने यात्रियों को सलाह दी है कि कोई परिचालक टिकट देने में आनाकानी करता है, तो यात्रियों को इसे तुरंत बस में लिखे गए नंबरों में उच्चाधिकारियों को सूचित करना चाहिए। दोषी कार्मिक के खिलाफ तुरंत एक्शन लिया जाएगा।
निगम का कोई बाहर के अधिकारी एक माह में यहां के डिपो क्षेत्र में पांच रिमार्क लगाते हैं तो इसके लिए संबंधित कंडक्टर, इंस्पेक्टर व चीफ मैनेजर सहित अन्य अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रावधान है। नरेंद्र चौधरी, मुय प्रबंधक, श्रीगंगानगर आगार।
पहले यातायात निरीक्षकों को किया था निलंबित
इससे पहले रोडवेज ने बेटिकट यात्रियों की संया में वृद्धि के चलते यातायात निरीक्षकों को निलंबित किया था। अब सहायक अधिकारियों को भी दोषी मानकर चार्जशीट देने की प्रक्रिया शुरू की गई है। प्रबंध निदेशक का स्पष्ट निर्देश है कि यदि कोई यात्री बिना टिकट यात्रा करता है,तो इसका दोष कंडक्टर,चीफ मैनेजर और अन्य संबंधित अधिकारियों पर भी डाला जाएगा। इससे रोडवेज बस संचालन में पारदर्शिता आने की उमीद है।