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राजस्थान में इस शहर आज शरू हुई नई मंडी, लाखों किसानों को फसलें बेचने के लिए नहीं जाना पड़ेगा दूसरे राज्यों में 

 लंबे इंतजार के बाद अप्रेल 2023 में संचालन को लेकर स्वीकृति मिली। 10 मई को जीरा मंडी शुभांरभ के दौरान कृषि उपज समिति मंडी के सचिव राकेश सिंगारिया, जीरा मंडी व्यापार संघ के अध्यक्ष गौतमकुमार बोथरा की मौजूदगी में शुभारंभ हुआ। 

 

Rajasthan New Mandi : बाड़मेर शहर के कृषि मंडी परिसर में जीरा मण्डी का शुभारंभ लंबे इंतजार के बाद शनिवार को हुआ। हालांकि भारत-पाक तनाव की स्थिति को देखते हुए बड़ा कार्यक्रम आयोजित नहीं हुआ। 

व्यापारियों की मौजूदगी में जीरा मंडी का शुभारंभ किया गया। अब मंडी में किसानों को जीरे के वाजिब दाम मिल सकेंगे। पहले दिन खुली बोली के जरिए व्यापारियों ने 20 क्विंटल जीरे की खरीद की। किसान करीब 100 क्विंटल जीरा लेकर पहुंचे थे, लेकिन ब्लैकआउट होने की स्थिति में बड़ा कार्यक्रम आयोजित नहीं हुआ।

बाड़मेर जिला  कृषि मंडी परिसर में सरकार ने वर्ष 2017 में जीरा मंडी स्थापित करने की घोषणा कर बजट जारी किया था। लेकिन भूखंड आवंटन प्रक्रिया फर्जीवाड़ा होने पर मामला अटक गया था।

 लंबे इंतजार के बाद अप्रेल 2023 में संचालन को लेकर स्वीकृति मिली। 10 मई को जीरा मंडी शुभांरभ के दौरान कृषि उपज समिति मंडी के सचिव राकेश सिंगारिया, जीरा मंडी व्यापार संघ के अध्यक्ष गौतमकुमार बोथरा की मौजूदगी में शुभारंभ हुआ। 

इस दौरान हंसराज कोटड़िया, गौतम चमन, पवन सिंघवी, गौतम सेठिया, राकेश सेठिया, संपतराज वडेरा, कन्हैयालाल समेत कई जने मौजूद रहे।

हर साल 20 लाख क्विंटल का उत्पादन

बाड़मेर जिले में सरकारी आंकड़ों के अनुसार 2.41 लाख हेक्टेयर में जीरे की बुवाई होती है। ऐसे में करीब 22 लाख क्विंटल से ज्यादा जीरे के उत्पादन की संभावना रहती है।

जीरा मंडी व्यापार संघ, बाड़मेर के प्रधान गौतमकुमार ने कहा कि कृषि उपज मंडी परिसर में जीरा मंडी का शुभारंभ हुआ