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Namo Bharat train : जल्द राजस्थान से दिल्ली तक हाई स्पीड में फर्राटा काटेगी नमो भारत ट्रेन, तीन चरणों में पूरा होगा प्रोजेक्ट

केंद्रीय ने शुक्रवार को मेट्रो विस्तार के लिए आयोजित भूमि पूजन समारोह के दौरान एक अच्छा संकेत दिया। उनके अनुसार अब दिल्ली से अलवर के बीच नमो भारत ट्रेन चलाने की योजना को केंद्रीय कैबिनेट से जल्द मंजूरी मिलेगी।
 

Rajasthan Delhi New Namo Bharat train Update : राजस्थान के लोगों के लिए इस वक्त कि एक और बड़ी अच्छी खबर सामने आ रही है।  बता दे कि प्रदेश को जल्द एक नई नमो भरत ट्रैन कि सौगात मिलने वाली है।  इससे पहले कई रूट पर प्रदेश को नई वंदे भारत कि सौगात मिली है। 

दिल्ली से अलवर के बीच दौड़ेगी नमो भारत ट्रेन 
जानकारी के अनुसार बता दे कि  केंद्रीय मनोहर लाल ने शुक्रवार को मेट्रो विस्तार के लिए आयोजित भूमि पूजन समारोह के दौरान एक अच्छा संकेत दिया। उनके अनुसार अब दिल्ली से अलवर के बीच नमो भारत ट्रेन चलाने की योजना को केंद्रीय कैबिनेट से जल्द मंजूरी मिलेगी। इससे उम्मीद की जा रही है जल्द ही जमीनी स्तर पर काम शुरू होगा क्याेंकि काम शुरू करने की तैयारी पहले से ही हो रखी है। जहां कहीं भी बिजली की लाइनों को शिफ्ट करने की आवश्यकता थी, की जा चुकी है।

बिजली के टावर तक शिफ्ट किए जा चुके हैं। यही नहीं रूट पर कहां से पाइप लाइन, सीवर लाइन गुजर रही है, उसके बारे में भी जानकारी हासिल की जा चुकी है। मिट्टी की जांच तक की जा चुकी है। काम शुरू करने के लिए केवल कैबिनेट से मंजूरी का इंतजार है। प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद दिल्ली से लेकर अलवर तक की तस्वीर बदल जाएगी।New Namo Bharat train


 

अधिक जानकारी के लिए बता दे कि केंद्र सरकार ने दिल्ली में सराय काले खां से लेकर राजस्थान में अलवर के बीच रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर विकसित करने की योजना बनाई है। 

योजना को कैबिनेट से मंजूरी मिलनी बाकी है। प्रोजेक्ट को विकिसत करने की जिम्मेदारी नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (एनसीआरटीसी) के पास है।

जानकारी के अनुसार बता दे कि तीन चरणों में प्रोजेक्ट को विकसित किया जाना है। पहले चरण में 106 किलोमीटर यानी दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी (शाहजहांपुर-नीमराणा-बहरोड़) तक कॉरिडोर विकसित किया जाएगा। इसके बाद बहरोड़ से सोतानाला तक एवं तीसरे चरण में सोतानाल से अलवर तक कॉरिडोर विकसित किया जाएगा।

 इंडियन इंस्टीट्यूट आफ आर्किटेक्ट चेयरमैन के अनुसार 

बता दे कि दिल्ली व आसपास आबादी का दबाव इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि सार्वजनिक परिवहन की सुविधा बेहतर नहीं है। दिल्ली या गुरुग्राम में काम करने वाले नजदीक ही रहना पसंद करते हैं। जब आरआरटीएस कॉरिडोर विकसित हो जाएगा फिर दिल्ली में काम करने वाले अलवर तक रहना पसंद करेंगे। इससे अपने आप ही ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा।  - राव विवेक सिंह, चेयरमैन, इंडियन इंस्टीट्यूट आफ आर्किटेक्टNew Namo Bharat train

मेट्रो एवं आरआरटीएस कॉरिडोर विकसित होने के बाद साइबर सिटी व आसपास के इलाके में विकास की गति काफी तेज होगी। परिवहन व्यवस्था की मजबूती से विकास की गति तेज होती है। फिलहाल सड़कों के ऊपर ट्रैफिक का इतना दबाव है कि कुछ किलोमीटर की दूरी तय करने में काफी समय लगता है। इससे विकास प्रभावित हो रहे हैं। - विनोद बापना, चेयरमैन, सीआइआइ, गुरुग्राम