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Rajasthan : राजस्थान के एक लाख शिक्षकों की नौकरी पर पर लटकी तलवार, जानिए वजह 

 शिक्षकों ने जिलाध्यक्ष हमीरसिंह व जिला मंत्री कल्याण सिंह के नेतृत्व में अधिकारियों को शिक्षकों का दर्द बताया। शिक्षकों ने कहा कि नए नियम से प्रदेश के एक लाख से अधिक शिक्षकों की नौकरी पर संकट है। शिक्षकों ने टीईटी परीक्षा की बाध्यता समाप्त करने की मांग की है।
 

Rajasthan News : राजस्थान से इस वक्त कि बड़ी खबर सामने आ रही है।  बता दे कि  शिक्षकों ने कहा कि नए नियम से प्रदेश के एक लाख से अधिक शिक्षकों की नौकरी पर संकट है। शिक्षकों ने टीईटी परीक्षा की बाध्यता समाप्त करने की मांग की है।

वहीँ अब तृतीय श्रेणी शिक्षकों के लिए टीईटी के अनिवार्य किए जाने के मामले में अब शिक्षक संगठनों ने आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के प्रदेशव्यापी आह्वान पर सोमवार को जिला मुख्यालय पर शिक्षकों ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान शिक्षकों ने कलक्टर को प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।Rajasthan News

जानकारी के अनुसार बता दे कि शिक्षकों ने जिलाध्यक्ष हमीरसिंह व जिला मंत्री कल्याण सिंह के नेतृत्व में अधिकारियों को शिक्षकों का दर्द बताया। शिक्षकों ने कहा कि नए नियम से प्रदेश के एक लाख से अधिक शिक्षकों की नौकरी पर संकट है। शिक्षकों ने टीईटी परीक्षा की बाध्यता समाप्त करने की मांग की है।

इस दौरान प्रदेश महिला सचिव सुशीला कस्वां, जिला सभा अध्यक्ष श्रवण सिंह, जिला महिला मंत्री नीतू शर्मा, जिला महिला सचिव सुशीला रेवाड़, जिला महिला उपाध्यक्ष विजय लता पालावत, कोषाध्यक्ष बिहारी सिंह कविया, अक्षय कुमार, मनोज शर्मा , सीकर शाखा अध्यक्ष अनूप माथुर, पिपराली अध्यक्ष अरुण महला, धोद अध्यक्ष कैलाश कविया, सुमन कविया, लक्ष्मी कंवर व सीकर उप शाखा की महिला मंत्री मंजू जाट, पलसाना अध्यक्ष शिशुपाल मील , फतेहपुर मंत्री रामलाल महला, खंडेला अध्यक्ष नरपत सिंह आदि ने भी संबाद किया।Rajasthan News